बांका: बिहार के बांका जिले में एक रोचक मामला सामने आया है। एसपी की घुड़की पर थाने में शहनाई बजने का। खबर है भी ऐसी कि साने आने के बाद हर कोई जानना चाहता है कि आखिर मामला क्या है। जिला पुलिस कप्तान ने किसको और क्यो घुड़की दी। घुड़की दी तो दी, लेकिन इसका सहनाई से क्या ताल्लुक।
दरअसल मामला यह है कि बिहार के बांका जिला पुलिस बल में एक दारोगा जी तैनात हैं छोटू कुमार। यह 2018 बैच के प्रशिक्षु दारोगा हैं। इनका प्रेम प्रसंग अपने गृह जिला शेखपुरा के शेखपुरा बाजार की रहने वाली युवती काजल कुमारी से विगत चार वर्षो से चल रहा था। यानी इनके दारोगा बनने से पहले का जब ये बेरोजगार थे।
बिहार पुलिस में दरोगा की नौकरी लग जाने के बाद दरोगा छोटू और उनके घर के लोगों का इरादा बदल गया। ये लोग दारोगा जी की शादी कहीं और कराने की तैयारी में थे।
इसी बीच दारोगा छोटू कुमार और उनके परिवार वालों की नियत का पता काजल उर्फ कजरी का चल गया। बिना समय गवांए कजरी बांका पहुंचकर जिला पुलिस कप्तान अरविन्द कुमार गुप्ता के ‘दरबार’ में पेश हो कर अपनी और दरोगा जी की प्रेम कहानी सुना कर न्याय की गुहार लगाई। उसने बताया कि वह इस समय नवादा जिला के रजौली में एएनएम की ट्रेनिंग कर रही है।
छोटू कुमार के बड़े कारनामे की जानकारी मिलते ही पुलिस विभाग में खलबली मच गई। साथ ही सहयोगी चटखारे लेने लगे। इसबीच बड़े साहब की नाराजगी और वरीय पुलिस अधिकारीयों के दबाब के बाद दरोगा छोटू कुमार शादी के लिए तैयार हो गए। मामले की जानकारी दरोगा छोटू कुमार के परिजनों को दी गई। आनन-फानन में दरोगा छोटू कुमार और प्रेमिका काजल कुमारी की शादी दरोगा जी के पदस्थापन वाले अमरपुर थाना परिसर स्थित हनुमान मंदिर में शादी कराइ गई।
इस दौरान दरोगा और प्रेमिका की शादी के गवाह इंस्पेक्टर वकील प्रसाद यादव, थानाध्यक्ष अरविन्द कुमार राय, दरोगा विजय शंकर सिंह, राजेश सिंह समेत थाना के चौकीदार बने। इस शादी समारोह में अमरपुर थाना के थानाध्यक्ष अरविन्द कुमार राय तो बाराती अन्य पुलिसकर्मी बने।
थाने में ही शहनाई बजी, गौरी-गणेश की पूजा के साथ मंगला चार और सिंदूर की रस्म हुई। शादी संपन्न होने पर थाना परिसर में मिठाई भी बाँटी गई। इस तरह प्रेमिका की जिद पर एक प्रेम कहानी सफल हुई। शादी संपन्न होने के बाद उपस्थित पुलिसकर्मियों ने नवदम्पत्ति को आशीर्वाद दिए।