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फीचर डेस्क। उत्तर भारत में इन दिनों कड़ाके ठंड चल रही है। पूरे दिन सूरज जहां कोहरे की रजाई ओढ़े रहते हैं, वहीं दिनभर शीतल लहर की वजह से आम जनजीवन ठप सा हो कर रह गया है। ठंढ़ का आलम यह है कि इंसान तो क्या परिंदे भी पंख फड़फड़ाने में आलस करने लगे हैं। और तो और ठंढ की वजह से भक्तों ने भगान को भी स्वेटर पहना दिया है ताकि उनके कान्हा को सर्दी न लगे।
मंदिरों में भगवान को ओढ़ाए लोई, लगाए गए हीटर

हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में हो रही भारी बर्फबारी की वहज से पंजाब में इन दिनों टंप्रेचर काफी गिर गया है। यहां के प्रमुख शहरों अमृतसर जालंधर और लुधियाना का न्यूनतम तापमान 8 डिग्री और 9 डिग्री सेल्सियस चल रहा है। पंजाब के 22 जिलों में अमृतसर सबसे ठंडा रहा। यहां का रात का न्यनतम तापमान करीब 8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। ऐसे में यहां प्रसिद्धमंदिरों दुर्ग्याणा मंदिर, शिवाला मंदिर और माता मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भगवान को गर्म लोई ओढ़ाने के साथ ब्लूवर या हीटर के प्रबंध किए गए हैं। ताकि भगवान को ठंड न लगे।
घरों में भक्तों ने लड्डू गोपाल को पहनाया स्वेटर

मंदिरों के अलावा भक्तों ने भगवान को घरों में प्रतिष्ठापित कर रखा है। खास तौर से भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप को। ऐसे में उन्हें सर्दी से बचाने के लिए महिलाओं ने उन्हें स्वेटर पहनाया हुआ है। कुछ महिलाओं ने बाजार से तो कुछ ने खुद स्वेटर बुन कर भगवान को पहनाया है।
अमृतसर के कटरा दूलो में रहने वाली मंजू और माया मिश्रा बताती हैं कि उन्होंने अपने घर में भगवान के बाल रूप को प्रतिष्ठापित कर रखा है। वे कहती हैं कि उन्होंने भगवान को ठंड से बचाने के लिए बाजार से रंगबिरंगे स्वेटर और टोपी खरीद कर लाई है। साथ ही भगवान के सोने के लिए गद्दे और रजाई का भी प्रबंध कर रखी हैं। उन्होंने बताया कि वह भगवान को सुबह गर्म दलिया और दूध का भोग लगाती हैं। इस समय उनके भोग में बदलाव किया है।
ठाकुर जी के भोग में हुआ बदलाव

कड़ाके की ठंड को देखते हुए शहर के विभिन्न मंदिरों में भगवान को लगाए जाने वाले भोग में बदलाव कर दिया गया है। मंदिर प्रबंधकों के अनुसार इस दिनों भगवान को गर्म हलवा, दलिया, दूध और सोंठ व अलसी के लड्डूओं का भोग लगाया जा रहा है। इसके साथ ही उनके भोजन में भी मौसम के हिसाब से बदलाव किया गया है। मंदिर गोरजे के पुजारी पंडित भजन लाल शर्मा बृजवासी ने बताया कि सर्दियों में ठाकुर जी गर्म खिचड़ी, मेवे वाली खीर आदि का भोग लगाया जाता है।
ठाकुर जी को लगी ठंड, भक्तों ने पहनाया स्वेटर