लखनऊ : तो क्या अब एलडीए मऊ सदर के विधायक और माफिया मुख्तार अंसारी के बड़े भाई और गाजीपुर के बसपा सांसद अफजाल के लखनऊ के डालीबाग कॉलोनी स्थित बंगला गिरा देगा! यह बंगला शस्त्रु संपत्ति की जमनी पर 07 हजार वर्ग मीटर में बना है। इस बंगले को गिराने से बचाने के लिए अफजाल अंसारी अपना पक्ष रखने के लिए एलडीए की ओर से दी सात दिन की समय सीमा सोमवार को खत्म हो गई। इस मामले में अब लखनऊ विकास प्राधीकर सांसद का लखनऊ स्थित बंगला ढहाने की कार्रवाई कर सकता है।
पत्नी फरहत अंसारी के नाम पर है बंगला
उल्लेखनीय है कि बसपा सांसद अफजाल अंसारी और उनकी पत्नी फरहत अंसारी का मकान जियामऊ के उसी गाटा संख्या 93 में बना है जिसमें मुख्तार अंसारी के दोनो बेटों के नाम से टावर बने हुए थे। कब्जा कर बनाए इन दोनों टावरों को पिछले महीने अवैध करार देते हुए ध्वस्त कर दिया था। बता दें कि अफजाल की पत्नी फरहत अंसारी के मकान का नक्शा एलडीए ने 2007 में पास किया था। तब फरहत अंसारी ने इस जमीन को अपना बताया था।
अभी तय नहीं हो पा रही है कब होगी कार्रवाई
बता दें कि एलडीए वीसी के कोरोना पॉजिटिव होने के कारण अभी यह तक नहीं हो पा रही है कि अफजाल के बंगले को ध्वस्त करने की कार्रवाई कब होगी। एलडीए अधिकारियों का कहना है कि इस पर फैसला एलडीए के वीसी ही लेंगे। बताया जा रहा है अफजाल अंसारी के इस बंगले का नक्शा निरस्त कर दिया है। एलडीए किसी भी वक्त सरकारी जमीन पर बने इस बंगले पर कार्रवाई कर सकता है।
फरहत को एलडीए ने जारी किया था 15 दिन का नोटिस
बता दें कि इस केस में एक सितंबर को ही एलडीए ने सांसद अफजाल अंसारी की पत्नी और बंगले की मानकिन फरहत अंसारी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। हलांकि गत सप्ताह ही अफजाल अंसारी एलडीए ऑफिस पहुंच कर अपना पक्ष रखा था लेकिन एलडीए अधिकारी अंसारी के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए।
शस्त्रु संपत्ति की जानकारी नहीं थी
पत्नी संग 14 सितंबर को एलडीए पहुंच अफजाल अंसारी वीसी शिवाकांत द्विवेदी से मुलाकात कर उन्हें बताया कि उनका मकान नियमानुसार बना है। और नक्शा भी पास हुआ है। लेकिन, शत्रु संपत्ति होने की जानकारी उनको नहीं थी। इस दौरान उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि जब 2007 में उनके मकान का नक्शा पास किया गया था तो वह गाटा संख्या 93 से बाहर था। लेकिन, अब उसे उसी गाटे में दिखाया जा रहा है।