मथुरा । जरा सोचिए 11 साल की उम्र क्या होती है। इस उम्र में जिस बच्चे के सिर से पिता साया उठ गया हो मां ने भी उसका साथ छोड़ दिया हो तो उसपर क्या बीत रही होगी। वह कैसे रह रहा होगा।इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से एक वीडियो वायरल हो रही है। इस वीडियो में एक करीब 11-12 साल का एक बच्चा रात को रोटी बना रहा है। इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि बच्चो चुल्हे तवा जगह स्टील का प्लेट रख कर रोटी बना रहा है।
वीडियो बनाने वाले को दानी नाम का यह बच्चा बताता है कि बचपन में ही इसके पिता की मौत हो गई थी, जबिक 11 वर्ष का होते-होते इसकी मां इसे छोड़ कर चली गई। और यह अकेला रहता है। घर की हालत यह है कि वह हम आपको बता नहीं सकते है।
खुले आसमां के नीचे सोता है बच्चा
इस बच्चे के हाथ में न तो पिता की अंगुली है और ना ही सिर पर मां की ममता का आंचल। यदि कुछ तो वह है धरती बिछौना और आसामान छत। यानि यह बच्चा खुले आसमान के नीचे जमीन पर सोता है। जिस उम्र में बच्चे के हाथों में किताबें होनी चाहिए उस उम्र दानी नाम का यह बच्चा मजदूरी करता है। काम मिला तो ठीक है, नहीं तो भूखे पेट सो जाता है।
मथुरा जिले का रहने वाला है अनाथ बच्चा
फेसबुक पर वायरल हो रही इस वीडियो के बारे में जब thejharokha.com ने पड़ताल की तो पताचला कि यह वीडियो उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले छाता तहसील की है। वीडियो बनाने वाले व्यक्ति का भी पता चला गया। वीडियो बनाने वाले नारायण शर्मा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि उन्होंने ही यह वीडियो बनाया है। उन्होंने बताया कि यह बच्चा जिले के छाता तहसील के थाना क्षेत्र शेरगढ़ के कस्बा शेरगढ़ का रहने वाला है।
बच्चे की हकीकत जान रो पड़ेंगे आप
बच्चे की वीडियो बनाने वाले नारायण शर्मा ने बताया कि यह बच्चो छाता तहसील के कस्बा शेरगढ़ का रहने वाला है। दानी नाम के इस बच्चे के पिता दिनदयाल शार्म की मौत बहुत पहले हो चुकी है, जबकि इसकी इसे छोड़ कर कहीं और चली गई। नारायण शर्मा ने बताया कि इस बच्चे की उम्र करीब 11-12 है। घर के नाम पर टूटी हुई छत है कब गिर जाए पता नहीं। यह बच्चा इसी सर्दी में भी खुले आसमान के नीचे एक कंबल के सहारे सोता है। आय का कोई साधन नहीं है। गरीबी इतनी की घर में रोटी बनाने के लिए तवा तक नहीं है।
नारायण कहते हैं कि आप खुद ही इस वीडियो में देख सकते हैं। बच्चे तवे की जगह प्लेट रखकर रोटी बना रहा है। न तो इस बच्चे का कोई रिश्तेदार है और ना ही सगे संबंधी। उन्होंने बतया कि दानी नाम का यह मजदूरी करता है। कभी-कभी इसे भूखे पेट सोना पड़ता है।
बच्चे का घर बनवाने का लिया जिम्मा
नारायण शर्मा ने बताया कि उन्होंने बच्चे का घर बनवाने का जिम्मा लिया है। लोगों के सहयोग से इसका घर बनवाया जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री, जिला प्रशासन और सांसद हेमामालिनी से बच्चे को अडाप्ट कर उसके पढ़ाई-लिखाई का प्रबंध करना चाहिए।
न पिता का साथ न सिर पर मां का आंचल