शहडोल ब्यौहारी से दुर्गेश कुमार गुप्ता की रिपोर्ट…
इंजीनियर नीरज कुमार गुप्ता आशीष अंशुल गुप्ता मोनू गुप्ता एवं समस्त ब्यौहारी नवयुवक एवं बुजुर्गों ने मांग की ब्यौहारी को जिला बनाना है
शिवराज के शहडोल दौरे से भड़की ब्यौहारी को जिला बनाने की आग,,,
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 30 अगस्त को शहडोल और अनूपपुर जिले के दौरे पर आ रहे हैं । इस खबर ने ब्यौहारी की जनता की बांछे खिला दी हैं । मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की आधिकारिक पुष्टि भले ही नहीं हुई है किंतु ब्यौहारी आने की खबर ने भादों मास में खुशी घोलकर रख दी है । दरअसल , ब्यौहारी की जनता शिवराज के आने की खबर सुनकर इसलिए खुश है क्योंकि उसे लगता है कि मुख्यमंत्री इस बार ब्यौहारी को जिला बनाने का ऐलान करके ही भोपाल लौटेंगे । बताते हैं कि मुख्यमंत्री अनूपपुर में मंत्री बिसाहूलाल के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक में हिस्सा लेने के बाद ब्यौहारी जाएंगे । शिवराज सिंह चौहान मप्र के चौथी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार ब्यौहारी आ रहे हैं । वे यहां हायर सेकेंडरी स्कूल मैदान पर आयोजित कार्यक्रम में कई निर्माण कार्यों का सामुहिक भूमिपूजन करेंगे ।
इस दौरान उनके नव स्वीकृत विजयसोता जाकर सोन नदी पर बनने जा रहे पुल का भूमिपूजन करने का भी कार्यक्रम है । लेकिन ब्यौहारी की जनता अपने शहर को जिला बनता देखना चाहती है । पिछली बार शिवराज के ब्यौहारी दौरे में जिला बनाने की मांग ने जोर पकड़ा था , जन जन इसके समर्थन में फिर खड़ा है । ब्यौहारी की जिला मुख्यालय से दूरी 90 किमी है इसकी सीमाएं 75 किमी तक हैं इससे लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है । ब्यौहारी 73 साल पुरानी तहसील होने के बाद जिले का दर्जा हासिल न कर सकी इसके लिए कांग्रेस शासन ज्यादा जिम्मेदार है । ब्यौहारी तहसील में सीधी के मझौली और सतना जिले के कुछ भाग को यदि जोड़ दिया जाए तो जिला बनाया जा सकता है ।
इससे ब्यौहारी के विकास को गति मिलेगी । मुख्यमंत्री खुद छोटे जिले के पक्षधर हैं क्योकि इससे विकास आसानी से होता है । ब्यौहारी में एक बार फिर सोशल मीडिया पर जिले की मांग ने तेजी पकड़ ली है । लोगों की केवल एक मांग जिला ब्यौहारी है । पिछली बार मुख्यमंत्री को लोगों ने गुमराह कर दिया था इसलिए वे ब्यौहारी की जनता की भावनाओं को नहीं समझ सके लेकिन इस बार ब्यौहारी के जिला बनाये जाने की आशाओं की बहार है ।
अब बारी मुख्यमंत्री शिवराज की है कि वह जनता की आशाओं को कितना पूरा करते हैं । ब्यौहारी का दुर्भाग्य है कि वह सीधी लोकसभा में आता है जबकि जिला शहडोल है । यह विसंगति राजनैतिक नेतृत्व की शून्यता के कारण आई है । भाजपा विधायक शरद कोल कांग्रेस में रहते जिले की मांग का समर्थन कर चुके हैं । इसलिए उन्हें जिले की मांग मुख्यमंत्री के समक्ष खुलकर करना चाहिए । क्योंकि इस मांग पर उनका राजनीतिक भविष्य टिकेगा । लोकसभा सांसद रीति पाठक को भी चाहिए कि वे जनभावनाओं को समझकर ब्यौहारी को जिले का दर्जा दिलाने में पीछे न रहें क्योकि ब्यौहारी से उन्हें ऐतिहासिक बढ़त लोकसभा चुनाव में मिली थी । इसका ऋण वे जिला बनवाकर उतार सकती