
- क्रषि कानून बिल का विरोध करेगी कांग्रेस –ताम्रकार!
- Msp निर्धारित ना करके काला कानून लाई भाजपा – राजेस !
- किसानों को मजदूर बनाकर रखना चाहती है भाजपा- तिवारी!
शहडोल ब्यौहारी से दुर्गेश कुमार गुप्ता की रिपोर्ट: ब्यौहारी ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विनोद ताम्रकार ने आज स्थानीय रेस्ट हाउस में पत्रकार वार्ता का आयोजन करके भाजपा द्वारा पास किये गये क्रषि कानून बिल को किसान विरोधी बताते हुये तानाशाही पूर्ण रवैय्या अपनाने का आरोप लगाया! करकी मंण्डलम के अध्यक्ष राजेश तिवारी द्वारा विस्तार से चर्चा करते हुये पत्रकारों को बताया कि केन्द्र की नरेंन्द मोदी सरकार नें जो क्रषि बिल पास किया है
उसे हम सिर्फ काला कानून ही कह सकते हैं क्योंकि इस बिल को जबरन पास करके सरकार नें किसानों को मजदूर बना दिया है यम यस पी नही बताया जा रहा है बडे कारपेटर अब हमारे किसानों के मालिक होंगें ,अनाज हम उगाऐंगें और रेट कारपेटर तय करेंगें!
हम कांग्रेस के लोग कल से हस्ता.अभियान चलाऐगी सडक से संसद तक हम इस बिल का विरोध करेंगें! ब्यौहारी मंण्डल के अध्यक्ष लक्ष्मीकान्त तिवारी नें क्रषि कानून बिल को लेकर कहा कि छोटे और मध्यम वर्गीय किसान इस काले कानून से सबसे ज्यादा परेशान होगा, वैसे भी किसान पहले से ही परेशान हैं अब सरकार और भी परेशानी में डाल दी है !
यह बिल केन्द्र सरकार ने जबरन पास किया है जो हमें मान्य नही है इस बिल के पास होनें से यह स्पस्ष्ट है कि हमारे क्रषि उत्पातों को मनमानी रेट पर खरीदा जाएगा और बडे ब्यवसाई शोषण करेंगें, तो किसान का शोषण होगा! वार्ता में कांग्रेस के युवा नेता पुष्पेंद्र पटेल नें भी अपनी बात रखते हुये केन्द्र सरकार को किसान विरोधी बताते हुये इसे वापस लेने की मांग की!
इस दौरान नेंताओं नें पत्रकारों के सवालों का जबाब भी दिया जिसमें वरिष्ठ नेंताओं के अनुपस्थिति के सवाल पर ताम्रकार नें बताया कि आज वरिष्ठ कांग्रेस नेता सूर्यभान मिश्राजी के दुखद निधन से अधिकांश वरिष्ठ नेंता गण उनके निवास गये हुये हैं, लेकिन अगले कार्यक्रमों में वो सभी उपस्थिति रहेंगे!
रेत के कारोबार के सवाल पर उन्होंनें कहा कि इस कारोबार में छेत्रीय विधायक शरद कोलजी का हाथ है उनके ही आदमी छेत्र में चारों तरफ रेत का अवैध कारोबार कर रहे हैं जिसमें स्थानीय प्रशासन भी शामिल है ! हम जिले के कलेक्टर को ग्यापन भी सौंप चुके हैं लेकिन विधायक से सरकार तक सब संलिप्त हैं!
छेत्र में लगे चावल की आवक और बितरण के सवाल का जबाव देते हुये ताम्रकार नें कहा कि हम चावल मामले पर भी आपत्ति जाहिर कर चुके हैं और जांच की मांग कर रहे हैं!