लखनऊ से जमील मलिक की रिपोर्ट : पिछले दिन एक संविदा बिजली कर्मी मोहम्ममद लतीफ पुत्र सिद्दीक मंडुरी सीतापुर का निवासी जो हम लोगो के बीच नही रहा इसकी मौत एक हादसा है लेकिन इस मौत का जिम्मेदार मेडिकल कॉलेज का सिस्टम है कही न कही इस मौत का जिम्मेदार मेडिकल कॉलेज का वोह सिस्टम जिसमे किसी एक्सीडेंट व्यक्ति की इतनी ज्यादा लिखा पड़ी करना जिससे मरीज की डेथ हो जाती है।
ऐसा ही इस संविदा बिजली कर्मचारी मोहम्मद लतीफ का हुआ जो खुद मेडिकल कॉलेज की लाइट नहीं जाए मेहनत और लगन से कार्य करता रहता था मात्र 8000 रूपये के लिए मेडिकल कॉलेज के ही छेत्र में इसकी ड्यूटी लगी थी मात्र चंद तनख्वा पर आप लोगो को कोई परेशानी न हो लगन से कार्य करता था।
लेकिन जब संविदा बिजली कर्मचारी मोहम्मद लतीफ ऑन ड्युटी बिजली के खंभे से कार्य करते हुए गिर गाया आनन फानन बिजली कर्मचारी उसको लेकर ट्रामा सेंटर मेडिकल कॉलेज पहुंचे सिस्टम का हवाला देकर 1 घंटे तक यह संविदा कर्मचारी तड़पता रहा और उसके उपरांत उसकी तड़पते तड़पते मृत्यू हो गई उस सिस्टम के जरिए जिस सिस्टम में किसी घायल व्यक्ति को तुरंत इलाज मिल जाए खाना पूरी बाद में होती रहे तो शायद हजारों लोगों की जानें बचाई जा सकती है।
संविदा बिजली कर्मचारी मोहम्मद लतीफ अपनी बिजली यूनियन के लोगो का आंख का तारा सब लोगो का लाडला था उसको अपने डिपार्टमेंट में सब लोग बहुत चाहते और बहुत सम्मान देते थे। तभी तो मैने चौक डिवीजन के एसडीओ वीएन चौहान बिजली विभाग की आखों में आंसू आते देखे परकाश वीर यादव विद्युत मोर्चा संगठन में नेता भी है उनको मोहम्मद लतीफ का काफी दुख है उनसे बात करते ही उनका गला भर आया और ज्यादा बात नहीं कर सके
सभी संविदा बिजली कर्मचारी के लोग आखिर तक, एसडीओ, लेसा के कई जेई,और तमाम स्टाफ के लोग आज 12/8/2021 को पोस्टमार्टम हाउस के बाहर एकत्रित हुए जब तक पोस्टमार्टम नही हुआ खड़े दिखाई दिए और अंत में सीतापुर तक लतीफ के गांव मंडूरी तक गए। मैं तो बस सिस्टम की बात कर रहा था मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर अगर गौर करे तो तुरंत ट्रीटमेंट मिल जाए चोट खाए व्यक्ति को तो काफी हद तक लोगो को बचाया जा सकता है