गाजीपुर। आरएसएस(राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ) के प्रमुख डा. मोहन भागवत सोमवार को गाजीपुर पहुंचे। यहां उन्होंने हथियाराम मठ में शीश नवाने के बाद वीर अब्दुल हमीद के गांव धामूपुर पहुंचे और उनकी जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस दौरान डा. मोहन भागवत ने वीर अब्दुल हमीद के जीवन पर आधारित पुस्तक ‘मेरे पापा परमवीर’ का विमोचन किया। कार्यक्रम के दौरान अब्दुल हमीद के बड़े बेटे जैनुल हसन ने बताया कि उनके जहन में अपने पिता की स्मृतियों को लेकर तमाम यादें हैं, जिनको उन्होंने पुस्तक की शक्ल में सहेजने की कोशिश की है।
कार्यक्रम के दौरान जुनैल ने बताया कि ‘मेरे पापा परमवीर’ को डा. रामचंद्रन निवासन ने लिखा है। उन्होंने बताया कि यह पुस्तक बातचीत के आधार पर लिखी गयी है। जुनैल ने बताया कि पुस्तक विमोचन को लेकर तैयारी पहले ही पूरी कर ली गयी थी। बाद दें कि डा. मोहनभागवत पहले वाराणसी पहुंचे और वहां से वह जखनिया स्थित हथियाराम मठ पहुंचे और यहां पर उन्होंने संतों का आशीर्वाद लिया। इसके बाद वह वीर अब्दुल हमीद के गांव धामूपुर पहुंचे। यहां पर उन्होंने अब्दुल हमीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद के जीवन पर आधारित ‘मेरे पापा परमवीर’ किताब का विमोचन वीर अब्दुल हमीद पार्क धामूपुर में किया गया।
कार्यक्रम के दौरान पुस्तक के लेखक रामचंद्र ने बताया कि वीर अब्दुल हामिद का कार्य अविस्मरणीय है। इस दौरान पुस्तक के लेखक ने कहा कि वीर अब्दुल हमीद जैसे लोग ही समाज के लिए नजीर हैं। युवाओं को उन्हें अपना आदर्श बनाना चाहिए। ‘मेरे पापा परमवीर’ फिलहाल अंग्रेजी में लिखा गया। जल्द ही इसका अन्य भाषाओं में अनुवाद भी उपलब्ध होगा।