
आपको बता दें कि पूरा मामला जनपद हरदोई का है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जनपद हरदोई के ग्राम बरखेरवा द्वितीय मे स्थित प्राइमरी स्कूल मे पढ़ाने वाले एक शिक्षक अभी भी हरदोई शहर के एक निजी संस्थान श्री राम सागर कोचिंग सेंटर में शिक्षण का कार्य कर रहे हैं।
जी हां सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार जनपद हरदोई के बरखेरवा द्वितीय के शिक्षक और कोई नहीं वहां के प्राइमरी स्कूल के प्रधानाध्यापक दीपक वर्मा है बताया जा रहा है कि दीपक वर्मा अपना योगदान सरकारी शिक्षण संस्थान व निधि संस्थान दोनों में दे रहे हैं लेकिन सरकार के आदेशानुसार ऐसा करना बिल्कुल गलत है क्योंकि सरकार के नियम के अनुसार कोई भी सरकारी शिक्षक ना तो कोचिंग सेंटर चला सकता है और ना ही कोई निजी संस्थान।
फिर ऐसे में किसकी लापरवाही से जो अभी तक ऐसे लोग सरकार से अछूते हैं जो सरकारी शिक्षण संस्थान में होकर भी एक निजी संस्था में भी अपना योगदान दे रहे हैं।
वहीं प्राइमरी स्कूल के शिक्षक का इस समय सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें वह शिक्षक एक निजी संस्था में पढ़ाते हुए दिख रहे हैं वही जग जानकारी की गई तो यह शिक्षक और कोई नहीं बरखेरवा द्वितीय के प्रधानाध्यापक व शिक्षक दीपक वर्मा है जिन्होंने 1 न्यूज़ चैनल के माध्यम से अपने सरकारी शिक्षण संस्थान की भी पुष्टि की है।
अब ऐसे में क्या सरकारी शिक्षण संस्थान में शिक्षा देने वाले शिक्षक अभी भी निजी संस्थान में पढ़ाना नहीं बंद करेंगे और अगर ऐसा नहीं होगा तो प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को उचित शिक्षा नहीं मिल पाएगी क्योंकि जब तक शिक्षक निजी संस्थानों का मोह नहीं छोड़ेगा तब तक वह सरकारी शिक्षण संस्थान के बच्चों को उचित शिक्षा नहीं दे पाएगा।