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रजनीश कुमार मिश्र, बाराचवर,( गाजीपुर)। बाराचवर (Barachawar) प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में कोरोना की जांच करवाने के लिए लोगों की लंबी-लंबी लाइनें लग रही हैं। हालत यह है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना की जांच करवाने आए संदिग्ध मरीज सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान भी नहीं रख रहे हैं। इसके पीछे लोगों में जागरूकता और स्टाफ की कमी बताई जा रही है।
अस्पताल में स्टाफ की कमी
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों का कहना है कि यहां स्टाफ की भारी कमी है। लोगों की भीड़ को कंट्रोल करने के लिए कोई अतिरक्त कर्मचारी नहीं है। दो कर्मियों के भरोसे ही लोगों की कोरोना जांच की जा रही है। लैब टैक्नीशियन ओमप्रकाश भूषण ने बताया की कर्मचारियों की कमी की वजह से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया की कर्मचारी ना होने की वजह से यहां जांच कराने आये लोगों का फार्म भरने में दिक्कतें आ रही है। उन्होंने बताया की हम दो लोग सुबह से ही जांच कर रहे है। और जांच करवाने आए लोगों का फार्म भी भर रहे हैं।
बिना पीपीई किट के कर रहे हैं जांच
अनदेखी और लापरवाही का आलम यह है कि यहां पर जो कर्मचारी कोराना की जांच कर रहे हैं उन्हें पीपीई किट मुहैया नहीं करवाई गई है। और तो और इनके पास Five लेयर का मास्क भी नहीं है। इससे संक्रमण का खतरा और बढ़ जाता है।
अस्पताल में जेनरेटर की व्यवस्था नहीं
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की डेटा ऑपरेटर ने बताया कि अस्पताल में जेनरेटर की व्यवस्था न होने से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि लैपटाप का पावर स्टोरेज छमता एक घंटे की है, ऐसे में यदि बिजली चली जाती है तो उनका सारा काम प्रभावित और पेंडिंग हो जाता है। इसके लिए उच्चाधिकारियों को कई बार बताया गया, लेकिन उन्होंने इस समस्या की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया।
आफिस में नहीं बैठते एमओआईसीसी
डेटा आरेटर ने बताया कि यहां पर अपने आफिस में एमओआईसीसी कभी बैठते ही नहीं हैं। नेट आपरेटर महिला कर्मचारी ने बताया की एमओआईसीसी साहब से कोई भी अपनी समस्या कहने पर वो सुनते नहीं है। उन्होंने कहा कि इन परिस्थितियों में काम करना मुश्किल हो रहा है।
उच्चाधिकारियों को लिखा है
इस संबंध में बाराचवर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के एसएमओ डा: एनके सिंह ने कहा कि अस्पताल में जो भी खामियां है उन्हें दूर करने के लिए उच्चाधिकारियों को लिखा गया है। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोगों हेल्थ डिपार्टमेंट की तरफ से जारी गाइडलाइन का पालन करना चाहिए।