
इसे कहते हैं सच्ची देशभक्ति, गरीबी की चिंता भूल, मिला खुश रहने का बहाना
गरीबी चाहे जितनी भी हो, यदि व्यक्ति खुश रहना चाहे तो वह कोई न कोई बाहाना ढूंढ ही लेता है। गणतंत्र दिवस के दिन सोशल मीडिया पर वारयल हो रही इस वीडियो को देखने से तो ऐसा ही लग रहा है। देश 72वां गणतंत्र मना रहा है। ऐसे में कुछ लोग आंदोलन के नाम पर राष्ट्र ध्वज का अपना करते नजर आए तो वहीं देश की दुर्गम चोटियों पर तिरंगा फहराते आईटीबीपी और सेना के जवान नजर आए। जो देश का सम्मान करना सिखा रहे थे।
लेकिन इन सबसे अलग जो तस्वीर सोशल मीडिया पर इस तेजी से वायलर हो रही है, वह वाकई में यह बताने के लिए काफी है कि तिरंगे का सम्मान करने के लिए सेना में ही होना जरूरी नहीं है। आप चाहे किसी भी हाल में हो देश के ध्वज का सम्मान बनाए रखना हर भारतीय का फर्ज है।
वारयल हो रही यह वीडियो देश के किस प्रदेश की है। यह नहीं कहा जा सकता है, लेकिन इसमें जो दिखाई दे रहा है वह वाकई काबिले तारीफ है।
27 सेकेंड की इस वीडियों में साफ दिखाइ दे रहा है कि शहर के व्यस्त चौराहे पर खड़े तीन लोग, जिसमें दो महिलाएं और एक युवक हाथों तिरंगा झंडा लिए गणतंत्र दिवस पर लोगों को बेच रहा है। इसी बीच फिल्म बार्डर का प्रसिद्ध गीत ‘ संदेश आते हैं….’ जब बजना शुरू होता है झंडे बेच रहे ये तीनो लोग जूते निकाल कर नंगे पांव तिरंगा झंडा हाथों में लिए नाचने लगते हैं।
पहनावे से ये तिरंगा बेच रहे निहायत गरीब लग रहे है जो राजस्थान के बंजारे लगते हैं। देशभक्ति गीतों पर अपनी गरीब को भूल तिरंगे के सम्मान में नाचना शुरू कर देते हैं। तेजी से वायरल हो रही 27 सेकेंड की इस वीडियो की हर कोई सरहाना करते हुए कह रहा है कि सच्ची देशभक्ति यही है जो दिल से निकली है।