बागपत। सरकार से मिना मंजूरी लिए ही चल रहे मदरसे में एक किशोरी ने मौलवी के बेटे की हत्या कर दी। हत्या की वारदात को किशोरी ने मात्र 52 सेकेंड में अंजाम दिया। यह वादात उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के गांव टांडा के दारूल उलूम मुजफ्फरिया लिल बनात मदरसे में हुई है।
बताया जा रहा है कि जिस किशोरी ने इस वारदात को अंजाम दिया है उसकी एक माह पहले मौलने ने पिटाई कर दी थी। यही नहीं मौलवी ने किशोरी के घवरों को भी बुलाकर उसे पिटवाया था। जिस बच्चे की हत्या हुई है उसकी उम्र महज 11 बाह बताई जा रही है, जिसे मौलवी शहजाद ने अपने साले से गोद लिया था। फिलहाल आरोपी किशोरी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कैलाश चंद तिवारी बताया कि यह मदरसा गैर मान्यता प्राप्त है।
जिस दारूल उलूम मुजफ्फरिया लिल बनात मदरसे में बच्चे की हत्या हुई है उस मदरसे में विभिन्न जिलों की करीब 40 किशोरियां धार्मिक तालीम हासिल कर रही हैं और वे सभी इसी मदरसे में रहती हैं।
यह है मामला
मौलवी शहजाद को जब अपना 11 माह का बेटा दलहा नहीं मिला तो उसने उसकी खोजबीन शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में शनिवार रात आरोपित किशोरी मौलवी के कमरे में जाती और कुछ पल में वापस आती दिखाई दी। बच्चे के गुम होने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शक के आधार पर जब किशोरी से पूछताछ की तो उसने बच्चे को बेड बाक्स में छिपाए होने बात कबूल की। पुलिस ने रजाइयों के नीचे से बच्चे का शव रिकवर कर लिया।
पूछताछ में आरोपी किशोरी ने बताया कि मोबाइल फोन पर बात करने से नाराज मौलवी शहजाद और उसकी पत्नी ने करीब एक माह पहले उसकी पिटाई की थी। यहीं नहीं उसके घरवालों को भी बुलाकर पिटवाया था। इसके बाद से उसने मौलवी से बदला लेने की ठान ली थी और उसके बेटे को बेड में दबाकर मार डाला।