Home उत्तर प्रदेश बाबा साहेब डा. भीम राव आंबेडकर की प्रतिमा को तोड़ने की कोशिश, संविधान का प्रतीक जलाया

बाबा साहेब डा. भीम राव आंबेडकर की प्रतिमा को तोड़ने की कोशिश, संविधान का प्रतीक जलाया

गणतंत्र दिवस पर भारतीय संविधान और डा. आंबेडकर का अपमान अमृतसर की घटना, कोतवाली से मात्र चंद कदमों की दूरी पर घटना को दिया गया अंजाम साजिश के तहत चुना गया 26 जनवरी का दिन, खालिस्तान समर्थों का हो सकता है काम, सिक्योरिटी गार्ड ने आरोपी को पकड़ा स्वर्ण मंदिर को जाते घंटाघर के पास टाउनहाल हैरीटेज वाक में लगाई गई है बाबा साहेब की प्रतिमा, लोगों में आक्रोश

by Jharokha
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Attempt to break the statue of Baba Saheb Dr. Bhim Rao Ambedkar, symbol of the Constitution burnt

thejarokha.com, Amritsar : पूरा देश 26 जनवरी को जहां 76वां गणतंत्र दिवस माना रहा था वहीं, पंजाब की धार्मिक और सांस्कृतिक नगर अमृतर में संविधान निर्माता डा. भीम राव आंबेडकर की प्रतिमा के सिर पर हथौड़े से प्रहार कर न केवल तोड़ने की कोशिश की गई, बल्कि संविधान के प्रतिक के तौर बनाई गई पत्थर की आकृति को क्षतिग्रस्त करने के साथ ही उसके नीचे आग भी लगा दी गई। देश को शर्मसार करने वाली यह घटना थाना कोतवाली से चंद कदमों की दूरी पर घटित हुई है।

बता दें कि जिस स्थान पर प्रतिमा लगाई गई वह स्थान अमृतसर के अतिव्यस्ततम और सुरक्षित माने जाने हैरीटेज वाक में घटित हुई है। यहां स्वर्ण मंदिर का मुख्य मार्ग होने के वहज से इस रास्ते 24 घंटे स्थानीय लोगों, पर्यटकों, VVIP और पुलिस का मुवमेंट रहता है। वैसे भी गणतंत्र दिवस के दिन पुलिस हाई अलर्ट के बावजूद बाबा साहे डा. आंबेडकर की प्रतिमा को तोड़ने की कोशिश करना एक सोची समझी साजिश लगती है। इस घटना के पीछे खालिस्तान समर्थकों का हाथ होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता। क्योंकि 25 जनवरी शनिवार को जालंधर में खालिस्तान समर्थकों ने मार्च निकाल कर पुलिस के सामने खालिस्तान जिंदा बाद के नारे लगाने साथ ही उन्होंने खालिस्तान पृथक देश बनाने और भारतीय संविधान को न मामने की बात कही थी। इस दौरान वहां खड़े पंजाब पुलिस के जवान मूक दर्शक बने रहे।

डा. आंबेडकर के सिर पर मारे हथौड़ा, संविधान का प्रतीक जलाया

डा. आंबेडकर के सिर पर हथौड़ा मारे जाने की वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि युवक किस तरह से एलमुनियम की सीढ़ी लगा कर बाबा साहेब की प्रतिमा पर हथौड़ा लेकर चढ़ रहा है। इससे पहले युवक ने प्रतिकात्मक तौर पर बनाए गए पत्थर के संविधान की पुस्तक को क्षति पहुंचाने के साथ ही उसके नीचे आग लगा कर यह जताने की कोशिश की कि उसने संविधान को जला दिया। इसके बाद युवक हथौड़ा लेकर डा. आंबेडकर की प्रतिमा पर चढ़ता है और फिर सिर और कंधे पर कई बार वार करने के बाद हथौड़ा नीचे फेक देता है।

घटना के वक्त गुजर रही थी नीली बत्ती लगी कार, ड्राइवर ने भी किया नजरअंदाज

जिस समय युवक बाबा साहेब के सिर पर हथौड़े से वार पर वार कर रहा था उसक समय वहां से एक नीली बत्ती लगी हरियाण नंबर की भारत सरकार की गाड़ी भी गुजर रही थी। यही हथौड़ चलने की आवाज दूर तक सुनाई दे रही थी। इसके बावजूद न तो कोई पुलिस कर्मी उसे रोकने पहुंचा और ना ही वहां हर वक्त तैनात रहने वाले सिक्योरिटी गार्ड। यहां तक भारत सरकार की उस गाड़ी में बैठे अधिकारी और उसके ड्राइवर ने भी इसे नजर अंदाज किया। यहीं नहीं वहां हाई रेजुलेश कैमरे भी लगे हैं। इतनी सुरक्षा के बावजूद सरेआम इस तरह की घटना कहीं न कहीं पुलिस प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है।

लोगों ने बनाई वीडियो, युवक को रोका

गणतंत्र दिवस के कारण वहां आम दिनों की अपेक्षा पर्यटकों की संख्या अधिक थी। इन्हीं में से किसी ने डा. आंबेडकर की मूर्ति को तोड़े जाने के प्रयास की घटना की पूरी वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वहां मौजूद लोगों ने युवक को पकड़ा और इसकी सूचना पुलिस को दी। फिलहाल मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस प्रशासन और प्रदेश सरकार पर सवाल

पिछले कुछ दिनों से जिस तरह से पंजाब के सीमावर्ती जिले अमृतसर और गुरदासपुर की पुलिस चौकियों में ग्रेनेड फेंकने की घटनाएं हुईं हैं उससे भी पुलिस ने सबक नहीं सीखा। यही नहीं गणतंत्र दिवस से ठीक दो दिन पहले फरीदकोट के स्टेडियम जहां 26 जनवरी को मुख्यमंत्री भगवंत मान राष्ट्री ध्वज फहराने वाले थे, वहां खालीस्तानी नारे लिखे गए, लेकिन पुलिस आरोपितों को पकड़ने के बजाए मुख्यमंत्री का कार्यक्रम स्थल बदल कर दूसरे जिले में कर दिया। इसके बाद 25 जनवरी को खालिस्तान की मांग को लेकर जालंधर में कुछ लोगों ने जुलूस निकाला और खालिस्तान के समर्थन नारे लगाते हुए भारतीय संविधान के प्रति अविश्वास जताया और पुलिस कार्रवाई के बजाए मौन रही। ये घटनाएं पुलिस प्रशासन और प्रदेश सरकार पर सवाल खड़े कर रही हैं।

आक्रोशित लोगों ने शहर में लगाया जाम

बाबा साहेब की मूर्ति तोड़े जाने के प्रायास की खबर फैलते ही एसएसी समाज के लोगों ने अमृतसर के सबसे व्यस्ततम हाल गेट में धरने पर बैठ गए। धरने के वहज से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था चरमा गई और जगह-जगह लंबा जाम लग गया। इस दौरान लोगों ने प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जम कर नारे बाजी की।

परेशान हुए लोग

हालगेट पर प्रदर्शन करने के दौरान जब चारों तरफ से रास्ते बंद कर दिए गए तो लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस दौरान जहां वाहन चालक परेशान हुए वहीं रेलवे स्टेशन जाने वाले यात्रियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। उन्हें हालगेट से ही रेलवे स्टेशन तक पैदल सफर तय करना पड़ा।

पकड़ा गया आरोपी, की जा रही है कार्रवाई : एआईजी

पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे एआईजी जेएस वालिया, एडीसीपी विशालजीत सिंह, एसीपी जसपाल सिंह आदि ने कहा कि आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। साथ ही उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की।

कहीं खालिस्तान समर्थकों की साजिश तो नहीं

पुलिस हाई अलर्ट के बावजूद गुरु नगरी के सबसे व्यस्ततम मार्ग घंटाघर चौक में दिनदहाड़े इस तरह की इस तरह की घटना होना कई सारे सवाल खड़ी करती है। यह घटना यह बताती है कि यह पूर्व सुनियोजित था। आरोपी युवक जिस तरह की सीढ़ी और हथौड़े का प्रयोग करता है और पिछले तीन दिनों से पंजाब फरीदकोट और जांलंधर से खालिस्थान समर्थकों की खबरे सामने आईं उससे यह घटना खालिस्तन समर्थकों की साजिश का हिस्सा लग रहा है। पुलिस जांच में इसको भी शामिल किया जाना चाहिए।

इस खबर पर नेताओं और पुलिस की प्रतिक्रिया आ रही है
Jharokha

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