
Amarinder Singh : कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने राजभवन में राज्यपाल को अपनी स्वीकृति प्रदान करने के बाद मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि हाल के कुछ महीनों में ऐसा तीसरी बार हुआ है। दो महीने में दिल्ली से तीन गुना फोन आए। ऐसा प्रतीत होता था कि केंद्रीय नेतृत्व उनसे संतुष्ट नहीं था।
पंजाब कांग्रेस विधायक दल की बैठक के सामने मुख्यमंत्री पद के लिए रवाना हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह. इसके साथ ही पंजाब सरकार के सभी मंत्रियों ने भी अपने पदों को छोड़ दिया। राज्य में राजनीतिक अशांति तब शुरू हुई थी जब कैप्टन अमरिंदर सिंह से नाराज 40 विधायकों ने मोर्चा खोल दिया था। इसके बाद शनिवार शाम पांच बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई। सभा से कुछ देर पहले कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद सरेंडर कर दिया। उन्होंने कहा कि वह अभी कांग्रेस में हैं। किसी भी मामले में, भविष्य के विधायी मुद्दों का विकल्प खुला है। इसके लिए वह अपने सहयोगियों से बातचीत करेंगे।
राजभवन में राज्यपाल को त्यागपत्र देने के बाद ( Amarinder Singh ) कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि हाल के कुछ महीनों में ऐसा तीसरी बार हुआ है। दो महीने में दिल्ली से तीन गुना फोन आए। ऐसा प्रतीत होता था कि केंद्रीय नेतृत्व उनसे संतुष्ट नहीं था। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, “भविष्य के विधायी मुद्दों का विकल्प खुला है और अवसर आने पर मैं एक विकल्प लूंगा।” मैं इसके लिए सहयोगियों से भी बात करूंगा। इस समय मैं कांग्रेस पार्टी में हूं।” कैप्टन ने यह भी कहा कि उन्हें शर्मिंदगी महसूस हुई।
राजभवन पहुंचे 20 विधायक व कई सांसद
जब विधायक दल की बैठक की सूचना मिली तो यह मान लिया गया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री पद छोड़ सकते हैं। वह शनिवार शाम राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस के करीब 20 विधायक और अधिकांश सांसद शामिल हुए। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने जाने के बाद ट्वीट कर जानकारी दी। उन्होंने राज्यपाल को अपना त्यागपत्र देते हुए तस्वीर साझा की। कैप्टन के साथ-साथ उनके पूरे ब्यूरो ने भी सरेंडर कर दिया है।
मैं कांग्रेस पार्टी में हूं, अपने सहयोगियों को सलाह दूंगा और भविष्य की रणनीति चुनूंगा: अमरिंदर सिंह पंजाब के सीएम के रूप में जाने के बाद
पंजाब कांग्रेस ने की विधानसभा पार्टी की बैठक
पंजाब कांग्रेस के 40 विधायकों ने अचानक कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। इसके बाद पंजाब कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई, जिसमें यह तय हुआ कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ फैसला लिया जा सकता है। हालांकि इससे पहले उन्होंने अपनी सहमति भी पेश की थी। सूत्रों के मुताबिक, गवर्निंग बॉडी पार्टी की बैठक में विधानसभा दल के नए मुखिया पर फैसला लिया जाएगा।
पंजाब कांग्रेस में लंबे समय से खींचतान
पंजाब कांग्रेस में पिछले कुछ समय से सियासी घमासान चल रहा था। अमूमन नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह की मुलाकात भी हुई थी। इसी के साथ दोनों ने दिल्ली हाईकमान से भी मुलाकात की थी, जिसके बाद हाल ही में नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था। सिद्धू सत्ता समेत कई मुद्दों पर कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ आए दिन मारपीट करते रहे हैं। कुछ साल पहले सिद्धू ने कैप्टन अमरिंदर सिंह से नाराजगी के चलते पादरी का पद भी छोड़ दिया था।