नई दिल्ली। तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के गठन के दौरान सोमवार को पहले दिन नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाई गई। इस दौरान कई दिलचस्प मामले देखने को मिले। इस दौरान किसी ने हिंदी में शपथ ली तो किसी ने संस्कृत में। वहीं दो सांसद ऐसे भी थे जिन्होंने न तो हिंदी में शपथ न संस्कृत में, बल्कि इन्होंने अल्लाह के नाम पर शपथ ली। इसी सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है। ये दोनों सांसद कांग्रेस पार्टी के हैं, एक असम और दूसरे बिहार से चुन कर आए हैं। वहीं नई दिल्ली सीट से चुन कर पहली संसद पहुंची सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज ने संस्कृत में शपथ ली। आइए जानते हैं वे दोनों सांसद कौन है जिन्होंने लोकसभा में अल्लाह के नाम पर शपथ ली।
असम की धुबरी लोकसभा सीट से चुन आए रकीबुल हसन सोमवार को जब सदन में शपथ लेने पहुंचे तो उनके हाथों में संविधान की एक प्रति थी, जैसा कि विपक्ष के सभी सांसदों के हाथों में थी। रकीबुल ने उर्दू में ‘अल्लाह’ के नाम पर शपथ ली।
उल्लेखनीय है रकीबुल हसन सबसे अधिक मतों से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी रकीबुल को 14 लाख 71 हजार 885 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी रहे आईयूडीएफ के नेता बदरुद्दीन अजमल को 4 लाख 59 हजार 409 वोट मिले थे। हलांकि इससे पहले रकीबुल असम के नगांव जिले के सामगुरी से पांच बार विधायक रह चुके हैं। इस बार कांग्रेस ने उन्हें धुबरी से लोकसभा प्रत्याशी बनाया था।
इसी तरह बिहार के किशनगंज से दूसरी बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर संसद पहुंचे मोहम्मद जावेद ने भी अल्लाह के नाम से शपथ ली। मोहम्मद जावेद ने जनता दल यूनाईटेड (जेडीयू) के मुजाहिद आलम को 59,692 वोटों से हराया है।