रजनीश कुमार मिश्र ( गाजीपुर) गाजीपुर लोकसभा का सरकार कौन बनेगा ये तो आने वाले दिनों में जनता तय कर देगी । बहरहाल हम बात करते है । अभी अभी राजनीति में प्रवेश कर रहे बीजेपी प्रत्याशी पारस नाथ राय व उनके प्रतिद्वंद्वी राजनीति के मजे खिलाड़ी अफजाल अंसारी की इन दोनों प्रत्याशियों अपनी अपनी पुरी ताकत झोंक दी है । क्यो की अंतिम चरण का द्वारा टुटने में मात्र कुछ दिन ही शेष रह गये है । ऐसे में अब कौन किसपर भारी पड़ रहा है , जानते है ।
पारस की पहचान आम जनता तक नहीं
बीजेपी प्रत्याशी पारस नाथ राय राजनीति में प्रवेश करने से पहले एक शिक्षक है । अगर आम जनता में पारस की पहचान की बात की जाये तो अफजाल अंसारी से बहुत पिछे है । गाजीपुर लोकसभा क्षेत्र की जनता पारस नाथ राय को टिकट मिलने से पहले नहीं जानती थी तो वहीं अफजाल अंसारी गाजीपुर से विधायक व सांसद रह चुके है । जिसके वजह से गाजीपुर लोकसभा की जनता अफजाल अंसारी से भलिभांति परिचित है । लेकिन बीजेपी के दिग्गज नेता पारस नाथ राय के पक्ष में माहौल बनाने में लगे हुए है ।
भुमिहार वोटरों पर बीजेपी की निगाहें
गाजीपुर लोकसभा क्षेत्र में भुमिहार वोटरों की अच्छी खासी तादाद है । जिसपर बीजेपी की निगाह लगी हुई है। तो वहीं अफजाल अंसारी की भी भुमिहार वोटरों में पकड़ है अगर ठाकुर, ब्राह्मण , कुशवाहा बीजेपी के साथ तो है । लेकिन कुछपिछड़ी जातियां भी अफजाल की तरफ जाती हुई लग रही है । सबसे बड़ी बात तो ये है की बीएसपी के वोटर भी अफजाल को सपोर्ट कर रहे है । झरोखा न्यूज की टीम ने जब बीएसपी वोटरों से बात की तो कुछ लोगों ने बताया की बीएसपी का जनाधार नहीं. है.। इसके वजह से हम ल़ग अफजाल अंसारी को वोट करेंगे ।
चार विधायक समाजवादी के
गाजीपुर जनपद में सात विधानसभा क्षेत्र है । जिसमें मोहम्मदाबाद व जहूराबाद तो बलिया लोक सभा में आता है । तो वही पांच गाजीपुर सदर, सैदपुर, जंगीपुर, जमानियां व जखनियां विधानसभा क्षेत्र गाजीपुर लोकसभा सीट में आता है । इन पांच विधायकों में से चार विधायक समाजवादी ओमप्रकाश सिंह समाजवादी पार्टी, विरेंद्र यादव समाजवादी पार्टी , जयकिशन शाहु समाजवादी, अंकीत भारती समाजवादी से विधायक है बात की जाय जखनियां विधानसभा की तो यहां से सुहेलदेव पार्टी बेदी राम विधायक है जो इस बार एनडीए का हिस्सा है ।समाजवादी के चार विधायकों से सजा गाजीपुर का रण बीजेपी के लिए आसान नहीं है । अब बीजेपी उम्मीदवार पारस नाथ राय की बात करे तो इनके साथ विशाल स़िह चंचल है जिनकी पहचान गाजीपुर में किसी से छिपा नहीं है । गाजीपुर के लोकप्रिय नेता में गीने जाते है । एमएलसी विशाल सिंह चंचल हर व्यक्ति की मदद भी करते है । एमएलसी विशाल सिंह चंचल पारस नाथ राय के लिए संजीवनी है । वहीं बीजेपी के राज्यसभा सांसद संगीता बलवंत भी आम जनता में काफी लोकप्रिय नेता है । वहीं सबसे बड़ी बात ये है की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा गाजीपुर से पारस नाथ राय के लिए अहम साबित हो सकता है । इन नेताओं के वजह से पारस नाथ राय अफजाल को कड़ी टक्कर दे रहे है ।
ओमप्रकाश के एनडीए में शामिल होने से कितना फायदा
ओमप्रकाश राजभर के एनडीए में शामिल होने से राजभरों का वोट तो बीजेपी को मिलता दिख रहा है । लेकिन ओमप्रकाश के एनडीए में शामिल होने से कुछ बड़ी जातियां बीजेपी से नाराज भी चल रही है । जिसका कारण खुद ओमप्रकाश राजभर ही है । ओमप्रकाश राजभर सन् 22 के विधानसभा चुनाव में खुल कर बड़ी जातियों को निशाना बनाते हुए उल्टे सीधे बयान दिया था । इसी वजह से कुछ बीजेपी से नाराज चल रहे है.।
बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा
बीजेपी के लिए सबसे बड़ी कठिनाई तो युवा वर्ग करती दिख रही है । युवाओं ने कहां की बीजेपी सरकार में बेरोजगारी बढ़ गई है । वेकेंसी के नाम पर कुछ नहीं है । उर्म भी समाप्त हो रहा है । पुलिस भर्ती हुई तो कुछ उम्मीद जगा लेकिन इसका भी पेपर लीक हो गया । खाली पड़े शिक्षकों की भर्ती नहीं हो रही है । ऐसे तमाम मुद्दे युवाओं के है जो बीजेपी उम्मीदवार पारस नाथ राय को मुश्किलों में ला सकता है ।