thejharokha.com : उत्तर प्रदेश खासकर पूर्वांचल के चर्चित अंसारी परिवार की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। मऊ से पूर्व विधायक और माफिया मुख्तार अंसारी की मौत, आफ्सा अंसारी की फरारी और अब बेटे अब्बास अंसारी की हेट स्पीच मामले में दो साल की सजा ने अफजाल अंसार को कानूनी और राजनीतिक मोर्चे पर पचड़े में डाल दिया है।
मऊ की अदालत के फैसले के बाद रविवार को अब्बास अंसारी की विधानसभा सदस्यता समाप्त कर दी गई। ऐसे में अब मोहम्मदाबाद के बड़का फाटक के अंसारी परिवार की निगाहें उमर अंसारी पर टिक गई हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि मऊ विधानसभा सीट पर उपचुनाव की स्थिति बनती है तो अब्बास अंसारी के छोटे भाई उमर अंसारी को मैदान में उतारा जा सकता है।
खाली घोषित की जा चुकी है मऊ विधानसभा सीट
विधानसभा चुनाव के दौरान हेट स्पीच मामले में मऊ की अदालत ने शनिवार को अब्बास अंसारी को दोषी करार देते हुए दो साल की सजा सुनाई थी। साथ ही 11,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया था। सजा सुनाए जाने के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने मऊ विधानसभा सीट को रिक्त घोषित कर दिया। इसके बाद रविवार को चुनाव आयोग को इसकी जानकारी भी भेज दी गई।
क्षेत्र में सक्रिय हैं उमर अंसारी
मऊ सदर से विधायक रहे माफिया मुख्तार अंसारी की मौत और भाई अब्बास अंसारी के जेल जाने के बाद उमर अंसारी जिस तरह से विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय बने हुए हैं, इसे देखते हुए उमर अंसारी को अब्बास के वारिश के तौर पर देखा जा रहा है। बहरहाल अंसारी परिवार मऊ की आदालत के फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट में जाने की तैयारी में है। क्योंकि इससे पहले भी अफजाल अंसारी को लोकसभा सदस्यता संकट से कोर्ट ने राहत दी थी, जिससे परिवार को उम्मीद है कि इस बार भी न्याय मिलेगा। बहरहाल उमर अंसारी के मऊ से उपचुनाव लड़ने की अटकलों का बाजार गर्म है।