
शीतल निर्भीक ब्यूरोचीफ, बलिया: कलयुग की इस दौर मे धोर अमावस्या शैतानी घटना लोगो को देखने व सुनने को मिली जहा एक श्मशान घाट पर मानव की अधजली लाश को मुसहर जाति राक्षसी प्रवृत्ति के शैतान रूपी इंसान शराब के नशे एक अधजली लाश को चिखना बनाकर शराब संग खा गए। मौके वरदात परिजनो की शिकायत पर पुलिस तो पहुंची किन्तु मामले को रफा-दफा करने मे लग गई।इस घटना को लेकर समूचे गांव मे आक्रोश व्याप्त है।
21वीं सदी में भी यूपी के बलिया जनपद में आदीमानव जैसी हैवानियत की झलक का एहसास हुआ। जब दो लोगों ने शराब के साथ अधजली लाश को ही खाने लगे। जिससे जनपद में सनसनी फैल गई। पुलिस मामले को निपटाने में ही लगी रही। जबकि परिजनों का मानो कलेजा ही फट गया।
यह हृदय विदारक घटना बलिया जनपद के पकड़ी थाना क्षेत्र का है।जहां जगदरा गांवमें डायबटीज रोग से पीड़ित गुलाब प्रजापति की बीमारी के कारण मंगलवार को निधन हो गया। जिसके पुत्र राकेश प्रजापति व परिजनों की मौजूदगी में घर से थोड़ी दूर शमशान में अंतिम संस्कार किया गया। मृतक के बड़े पुत्र राकेश प्रजापति ने बताया कि शव जलने के बाद थोडा सा अधजले शव को शमशान में ही आग में ढक कर सभी परिजन घर चले गए।
थोड़ी देर बाद कुछ लोगों ने सूचना दी कि शव के अधजले अवशेष को कुछ मुसहर जाति के लोग चिता से निकाल कर शराब के साथ खा रहे हैं। जिससे परिजनों के होश उड़ गए। कुछ ग्रामिणों के साथ परिजन पहुंचे तो मौके पर दो लोग शराब के साथ मांस खाते मिले। मना करने पर दोनों नशे में द्युत होने के कारण परिजनों से भिड़ गए। आनन-फानन में मामले की सूचना पुलिस को दी गई।
थोड़े ही देर में बड़ी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंच गई और सभी थाने ले गए। जिन्हें बाद में पुलिस ने छोड़ दिया। मृतक की बेटी व उनकी पत्नी ने भी आरोप लगाया कि पुलिस ने बाद में आरोपियों को छोड़ दिया और पुलिस अब परिजनों पर मामले में सुलहनामा लिखने का दबाव दे रहे है। वहीं पुलिस प्रशासन मामले को भूमि विवाद के कारण गलत आरोप बताकर कार्रवाई से हाथ खड़े कर रही है। जिससे गांव में पुलिसिया रवैये के खिलाफ जबरदस्त नाराजगी व्याप्त है।