गाजीपुर: सदर ब्लाक के अंतर्गत एके हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर में एक अनोखा मामला देखने को मिला एक स्त्री को डिलीवरी होने वाला था जिसका समय पूरा हो गया था और लगभग 21 दिन अधिक हो जाने की वजह से जिले के स्त्री रोग विशेषज्ञ तथा पड़ोसी जिला वाराणसी के कुछ बड़े हॉस्पिटल मे इस मामला को डाक्टर हाथ लगाने से डर रहे थे पूरी तरह निराश दंपत्ति ने आशा खो बैठे थे कि जच्चा और बच्चा कैसे सुरक्षित होगा मामला बाराचवर ब्लाक के अंतर्गत दहेन्दू गांव के रहने वाले संजय पांडेय पुत्र सुग्रीव पान्डेय ने अपने पत्नी अनू पांडेय की डिलीवरी का समय पूरा हो जाने के बाद भी लगभग 21 दिन तक इंतजार किए जब स्थिति नाजुक होने लगी तो पहले किसी प्राइवेट नर्सिंग होम में एडमिट कराएं और वहां पर कुछ देर बाद डॉक्टर ने जवाब दे दिया और कहा कि जल्द से जल्द आप वाराणसी लेते जाइए उन्होंने तुरंत बनारस ले गए और एक बडे प्राइवेट नर्सिंग होम में एडमिट करा दिए 24 घंटे बाद डॉक्टर ने कहा कि ऑपरेशन करना पड़ेगा इसमें हम किसी एक को ही बचा सकते हैं |
जच्चा या बच्चा को ही हम सुरक्षित बचा सकते हैं बच्चे की हालत बहुत नाजुक है इसके बाद संजय पांडेय ने इसकी सूचना अपने बड़े भाई राजू पांडेय को दिए दंपति के बड़ा भाई खुद एक फार्मा जग्सनपाल कम्पनी एमआर एवं महाग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन से हैं उन्होंने आश्वासन देते हुए अपने भाई से कहा कि घबराओ मत हम डॉक्टर श्रुति मिश्रा से बात कर रहा हूं इसके बाद मैं बता रहा हूं डॉ मिश्रा जी से बात होने के बाद उन्होंने कहा कि वह अपने हॉस्पिटल में बुला रही हैं |
तुरंत लोग एंबुलेंस से एके हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर पहुंचे तथा इमरजेंसी में डॉ श्रुति मिश्रा जी को दिखाया गया उसके बाद उन्होंने जांच करा कर ताजा रिपोर्ट देखकर कहा कि घबराइए मत मैं भी मेदांता हॉस्पिटल में रह चुका हूं वहां का भी मुझे अनुभव है और अगर भगवान ने चाहा तो ऑपरेशन की भी जरूरत नहीं पड़ेगी लगभग 15 घंटे तक कड़ी मशक्कत के बाद शाम 6:58 बजे पर नॉर्मल डिलीवरी से स्वस्थ शिशु का जन्म हुआ है जच्चा एवं बच्चा दोनों सुरक्षित हैं और होनी को अनहोनी में बदलने का काम डॉ श्रुति मिश्रा जी ने किया इसके बाद उन्होंने अपने पूरे स्टाफ के साथ बच्चे को बधाई भी दी और कहा कि आज महिलाओं ने ब्रत रखा है |
गणेश चतुर्थी का इसलिए इसका जन्म भी गणेश जी रूपी है तथा यह बच्चा बहुत ही भाग्यशाली है इस अनुभव से अब लगता है कि जनपद में एक बहुत बड़ा स्त्री रोग विशेषज्ञ का हमारे गाजीपुर में सौभाग्य की बात से बढकर कुछ नही है डॉ मिश्रा जी से बात करने पर बताया कि मैं कठिन से कठिन एवं असाधारण अवस्था में भी नॉर्मल डिलीवरी ही कराने का काम करती हूं विकट परिस्थिति में ही मैं ऑपरेशन करता हूं |
आज का समय देखा जाए तो बड़े से बड़े हॉस्पिटल मे सिजर करना मामूली सी बात हो गई है जिससे कमजोर लोग आए दिन परेशान रहते हैं दम्पति के लिए डाक्टर श्रुति मिश्रा भगवान के रूप में है इस खुशहाली को सुनकर मिश्रा जी के माता जी ने आरती की थाली सहित जच्चा बच्चा दोनों को बहुत बहुत बधाई दी इस मिशन मे डाक्टर ए. के मिश्रा डा. अवनीश मिश्रा डा. अविनाश कुमार तथा पुरे नर्स स्टाफ़ का भरपूर सहयोग रहा है
रिपोर्टर आशीष कुशवाहा