रजनीश कुमार मिश्र बाराचवर (गाजीपुर) कुदरत भी खभी कभी ऐसा खेल खेलता जिससे भगवान से ही लोगों का भरोसा टुट जाता है।तब इंसान कुदरत को नहीं मानता है।ऐसा ही एख घटना घटी है,मुहम्मदाबाद क्षेत्र बरेजपुर गांव में जहां एक महिला अपने पुत्र के दिर्घायु के लिए जितिया ब्रत रखी थी.।उसे क्या पता जिसके लिए वो ये ब्रत रखी.है,उसके लिए ये आखरी ब्रत है। प्राप्त सुचना के मुताबिक बरेजपुर गांव निवासी आलोक( 13) अपने दोस्तो के साथ हाटा रेलवे पुल के पास मगंई नदी मे डुबने लगा ।
बगल में मछली मार रहें लोगों ने उसके दोस्तो को तो बचा लिया लेकिन आलोक को काफी मसक्कत के बाद भी नही बचा पाये। सूचना के मुताबिक आलोक अपने दोस्तो आनंद व आकाश के साथ हाटा स्थिति रेलवे पुल के पास.मगंई नदी में स्नान कर रहा था।इसी वक्त वो अपने दोस्तों के साथ मगंई नदी में.डुबने लगा।पास मे मछली पकड़ रहें लोगों की नजर पड़ी तो वो लोग तीनों को बचाने के नियत से नदी में छलांग लगा दिया।
मछली मार रहे लोगों ने आकाश के दोस्तों को तो बचा लिया लेकिन आलोक को नहीं बचा पाये।आलोक के डुबने की सुचना जैसे ही गांव में मिली गांव मे कोहराम मच गया। ग्रामीणों ने बताया की आलोक अपने मां.बाप का इकलौता. संतान था।उधर आलोक के लम्बी उम्र के लिए उसकी मां ने जितिया का ब्रत भी रखा था, जैसे ही आलोक के डुबने की सुचना उसकी मां कौशल्या जो गौसपुर गंगा घाट पर गई हुई थी जैसे ही मिली उसकी मां वही बदहवास हो गिर पड़ी।वही किशोर आलोक की तलाश अभी जारी है।