
रजनीश कुमार मिश्र, बाराचवर (गाजीपुर)। ग्राम पंचायत का चुनाव होने में कुछ महिने बाकी हैं, लेकिन प्रधानी को लेकर संभावित उम्मीदवारों की सरगर्मियां बढ़ने लगी हैं। वहीं गांव के मौजूदा प्रधान भी बचे खुचे विकास कार्यों को तय समय में निपटाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं।
इसी क्रम में आज हम पड़ताल कर रहे हैं गाजीपुर जिले के विकासखंड बाराचवर की ग्राम पंचायत बाराचवर का । इस गांव में प्रधान पद के संभावित प्रत्याशी दर्जनों हैं, लेकिन फिलहाल हम बात करेंगे मौजूदा प्रधान के पति और प्रतिनिधि श्री योगेंद्र चौहान की और उनके विकास कार्यों की ।
इससे पहले बता दें कि योगेंद्र चौहान गांव के दो बार प्रधान रह चुके हैं और वर्तमान में उनकी पत्नी गांव की प्रधान हैं। टीडी कॉलेज बलिया से ग्रेजुएशन तक की की पढ़ाई कर चुके 55 वर्षीय योगेंद्र चौहान इन दिनों गांव के विकास कार्यों को संपन्न कराने में मशगूल हैं।
लेकिन संभावित प्रत्याशी भी मौजूदा प्रधान द्वारा करवाए गए कार्यों में कमियां निकाल कर कर लोगों के सामने ला रहे हैं और खुद को इन्हीं कमियों के बहाने चुनावी मैदान में साबित करने की कोशिश कर रहे हैं । हालांकि ग्राम पंचायत चुनाव की अभी तिथि घोषित नहीं हुई है बावजूद इसके प्रत्याशी खंभ ठोक रहे हैं।
बाराचवर गांव के प्रधान पति व प्रतिनिधि योगेंद्र चौहान से पांच सालों में गांव में करवाये गए और करवाये जा रहे विकास कार्यों पर कुछ सवाल पूछे गये। जिसपर पूर्व प्रधान व प्रधान पति योगेंद्र चौहान ने बताया की बाराचवर गांव के पूरब तरफ पंचायत भवन का निर्माण कराया जा रहा है।

19.99 लाख में बन रहा है पंचायत भवन
पूर्व प्रधान व प्रधान पति योगेंद्र चौहान ने बताया की पंचायत भवन बनाने के लिए सरकार के तरफ से 19.99 लाख रुपये का प्रोजेक्ट है। योगेंद्र चौहान ने बताया की पंचायत भवन में.आठ कमरों का निर्माण कराया जाएगा।उन्होंने कहा की अभी बजट पास नहीं हुआ है, निर्माण कार्य के लिए जो सामग्री आया है वो अपने पैसों से मंगवाया हूं। प्रधान पति ने कहा की पंचायत भवन का निर्माण मानक के अनुरूप ही कराया जाएगा।
नाली से लेकर शौचालय तक बनवाया, आगे भी जारी रहेगा विकास कार्य
पूर्व प्रधान व प्रधान पति योगेंद्र चौहान ने कहा की पांच सालों में हमारे प्रधान के द्वारा बहुत से विकास कार्य कराये गये हैं। उन्होंने बताया की गांव में जहां नाली नहीं थी वहां नाली का निर्माण कराया गया। खड़ंजा, इंटरलॉकिंग, सार्वजनिक शैचालय के अलावा स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय का भी निर्माण कराया गया।।
प्रधान कोई भी हो विकास का पहिया रुकना नहीं चाहिए
पूर्व प्रधान उप प्रधान प्रतिनिधि योगेंद्र चौहान ने कहा कि सवाल यह नहीं है कि प्रधान कौन होगा। सवाल यह है कि गांव का प्रधान कोई भी हो लेकिन, विकास का पहिया रुकना रुकना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि आदर्श गांव वही होता है जहां छोटे-मोटे झगड़े आपसी रजामंदी से निकालिए जाते हैं। गांव के विकास के बारे में पंचायत सदस्यों से लेकर आम ग्रामीणों को भी को भी सोचना चाहिए और गांव के विकास में सतत योगदान देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि गांव से दूर शहर में रहकर या विदेश में रहने वाले बाराचवर के लोगों से अपील है कि वै लोग गांव के विकास में सहयोग करें ताकि हमारा गांव जिले में एक आदर्श गांव के रूप में बनकर उभरे उभरे।। पूर्व प्रधान ने कहा कि हमारे गांव में वह सभी सुविधाएं मौजूद हैं जो एक आदर्श गांव में होनी चाहिए। गांव के लोग आपसी भाईचारे को बनाए रखें। चुनाव आते जाते रहते हैं रहते हैं, लेकिन संबंध एक बार बिगड़ गए तो तो इसे बनाने में बिगड़ गए तो तो तो इसे बनाने में बहुत समय लगता है इसलिए गांव के लोगों को आपसी संबंध मधुर रखना चाहिए।
तीन बार रह चुकें है गांव के प्रधान
प्रधान पति व प्रतिनिधि योगेंद्र चौहान बाराचवर गांव के तीन बार प्रधान रह चुके है। योगेंद्र चौहान ने बताया की सन् 1995 में पहली बार गांव के प्रधान चुने गए थे।
उन्होंने बताया की प्रधान रहते हुए गांव में विकास का कार्य किया । वहीं कुछ ग्रामीणों ने नाम न छापने के शर्त पर बताया की कुछ काम तो हुआ है, लेकिन ग्राम प्रधान के द्वारा जरुरतमंदों को आवास उपलब्ध नहीं कराया गया।
वहीं प्रधान पति ने कहा कि यह आरोप बेबुनियाद है जरूरतमंदों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास उपलब्ध करवाए गए हैं । उन्होंने कहा की आप पता कर लिजिए आवास दिया गया है या नहीं।
गांव की जनता चाही तो लड़ूंगा चुनाव
प्रधान पतिव व पूर्व प्रधान योगेंद्र चौहान ने कहा की अगर गांव के लोग चाहेंगे तो मैं आने वाले पंचायत चुनाव में फिर से अपना भाग्य आजमाउंगा।। एक सवाल के जबाब में कहा की तीन बार प्रधान रहते हुए गांव में विकास का कार्य किया है।। विकास नहीं किया होता तो गांव के लोग हमे तीन बार सेवा का मौका नहीं देते। योगेंद्र चौहान ने बताया की इस बार होने वाले पंचायत चुनाव में गांव के लोग चाहेंगे तो विकास के नाम पर चुनावी मैदान में उतरूंगा।
उन्होंने कहा की इस पांच साल के कार्यकाल में गांव में एक नाली है। जिसका निर्माण मैं नहीं करा पाया क्यों की उस नाली से पानी निकासी की व्यवस्था नहीं है। पहले मैं जिला शासन व प्रशासन से मिलकर नाली का पानी निकलने की व्यवस्था कराऊंगा। उन्होंने कहा की इस पांच साल के कार्य काल के दौरान यही एक कार्य है, जिसे मै नहीं करा पाया। इसका मुझे मलाल है।
पंचायत भवन सुबिधाओं से रहेगा लैस
प्रधान पति ने बताया की बन रहे पंचायत भवन में.आठ कमरे हैं। पंचायत भवन में शैचालय का निर्माण कराया जायेगा। इसमें सचिवालय भी भी होगा जिसमें ग्राम पंचायत अधिकारी, लेखपाल व अधिकारी मौजूद रहेंगे । उन्होंने कहा की जिनको कोई कार्य कराना होगा उन्हे ब्लाक पर न जाकर पंचायत भवन में लोग अपना कार्य करा लेगें ।उन्होंने कहा की गांव के छोटे मोटे झगड़ों को यहां सुलझाने की कोशिश की जाएगी।
ब्लाक मुख्यालय का स्थानीय गांव है बाराचवर
ब्लाक मुख्यालय के स्थानीय गांव बाराचवर में तो कुछ सुविधाएं मिल जायेगी जैसे में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, पशुचिकित्सालय, ब्लाक के अलावा शिक्षा क्षेत्र में भी ये गांव ठीक है। इस गांव में दो प्राइमरी विद्यालय, एक सरकारी मिडिल स्कूल के अलावा एक कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय भी है।
खेल के क्षेत्र में पिछड़ा है बाराचवर
ब्लाक मुख्यालय का स्थानीय गांव बाराचवर खेल के क्षेत्र में काफी पिछड़ा हुआ है।खेल के क्षेत्र में पिछड़ने का मुख्य कारण बच्चों को खेलने की व्यवस्था न होना है। इस गांव में कहीं भी खेलने के लिए मैदान व स्टेडियम नहीं मिलेगा।गांव के प्रधान का ध्यान इस तरफ नहीं गया कि बच्चों को खेलने के लिए कहीं स्टेडियम का निर्माण कराये। गांव सभा की जमीनों पर भी अबैध तरिके से कब्जा किया गया है। जिसके वजह से खेलने के लिए किसी और जगह जाने पर लड़के बाध्य हो जाते है।