
लखनऊ : गाजीपुर के बसपा सांसद अफजाल अंसारी और उनकी पत्नी फरहत अंसारी की मुश्किलें कम होती दिखाई नहीं दे रही हैं । सांसद अफजाल अंसारी अपनी पत्नी के साथ सोमवार को लखनऊ स्थित एलडीएऑफिस पहुंचे। बताया जा रहा है कि सांसद अंसारी एलडीए ऑफिस में करीब आधा घंटा रुके थे।
उल्लेखनीय है कि लखनऊ के डालीगंज स्थिति सांसद अफजाल अंसारी की पत्नी फरहत अंसारी के नाम से बने बंगले के नक्शे को निरस्त करते हुए एलडीए ने अफजाल अंसारी की पत्नी फरहत अंसारी को नोटिस जारी कर 14 जुलाई तक अपना पक्ष रखने को कह था। इसी संबंध में गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी अपनी पत्नी के साथ एलडीए ऑफिस में अपना पक्ष रखने पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि एलडीए ने जो नक्शा निरस्त किया है वह सरासर गलत है। सांसद ने कहा कि उनका बंगला नियमानुसार बना है। बता दें कि अफजाल अंसारी की पत्नी फरहत अंसारी का बंगला जियामऊ के उसी गाटा संख्या 93 में बना है जिसमें बाहुबली विधायक और माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के दोनों बेटे अब्बास और उमर अंसारी के मकान बने हुए थे। मुख्तार अंसारी अफजाल के छोटे भाई हैं। जिलाधिकारी ने गाटा संख्या 93 की इस जमीन को निशक्रांत घोषित कर दिया है।
बता दें कि पिछले महिने मुख्तार अंसारी के दोनों बेटों के नाम से बने मकान को अवैध घोषित करते हुए एलडीए ने गिरा दिया था। फरहत अंसारी के इस मकान का नक्शा 2007 में एलडीए ने पास किया था। तब फरहत अंसारी ने इसे अपनी जमीन बताया था।
अधिकारियों का कहना है कि इस पत्र के हिसाब से फरहत अंसारी का मालिकाना हक खत्म हो गया है। एलडीए के उपाध्यक्ष शिवाकांत द्विवेदी ने सुनवाई के लिए 14 सितंबर निर्धारित किया था। इसके चलते सांसद अफजाल अंसारी अपनी पत्नी फरहत अंसारी के साथ सुनवाई के लिए एलडीए ऑफिस पहुंचे थे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि उनका मकान नियमानुसार बना है । अतः उसे गिराने की कार्रवाई न की जाए बताया जाए। बताया जा रहा है कि अफजाल अंसारी के जवाब से एलडीए अधिकारी संतुष्ट नजर नहीं आए। बंगले पर क्या कार्रवाई की जानी है यह अधिकारियों ने तय करना है।