गाजीपुर । उत्तर प्रदेश के जनपद गाजीपुर में फर्जीबाड़ा कर शिक्षक बनने का एक नया मामला सामने आया है। हलांकि थाना मोहम्मदाबाद पुलिस ने आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बताया जा रहा है फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद शिक्षा विभाग ने आरोपी शिक्षक को साल 2020 में बर्खास्त कर दिया था। इस जालसाज शिक्षक की पहचान मोहम्मदाबाद तहसील के थाना करीमुद्दीनपुर के गांव पातेपुर निवासी सर्बजीत याद के रूप में हुई। आरोप है कि यही सर्बजीत यादव बब्बन यादव बन कर शिक्षा विभाग ने नौकरी कर रहा था।
यह है मामला
आरोपों के अनुसार जिले के गांव पातेपुर निवासी आरोपी सर्वजीत पड़ोसी जनपद बलिया के गांव इंदरपुर के रहने वाले बब्बन यादव के नाम से जाली प्रमाणपत्र बनवाकर वर्ष 1997 में आजमगढ़ जनपद में प्राइमरी टीचर लग गया । यहां करीब चार साल के अध्यापन करने के बाद सर्वजीत ने अपना ट्रांसफर कराकर गाजीपुर आ गया और यहां विकासखंड मुहम्मदाबाद के गांव गड़ेशर के प्राइमरी स्कूल में बच्चों को पढ़ाने लगा। इस दौरान कागजों को आनलाइन करने के दौरान पता चला कि इसी नाम का एक शिक्षक बब्बन यादव सिद्धार्थनगर जिले में भी नौकरी कर रहा है। जांच में सामने आया कि बलिया जिले के इंदरपुर गांव में बब्बन नाम का कोई आदमी नहीं है जो बतौर शिक्षक हो।
हार्टमनपुर से 10वीं और गांधीनगर से की थी 12वीं की पढ़ाई
पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी सर्वजीत यादव थाना करीमुद्दीनपुर के गांव पातेपुर का रहने वाला है। जांच में यह भी पता चला कि सर्वजीत ने पास के ही हार्टमनुपर इंटर कालेज से 10वीं और गांधी नगर इंटर कालेज 12वीं तक की पढ़ाई की है। इसके बाद ही वह टीचर लग गया था। आरोपी की जन्मतिथि में भी अंतर बताया जा रहा है। थाना मोहम्मदाबाद पुलिस ने उसे अलसुबह उसके घर से काबू कर कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।