परवेज़ अख्तर की कलम से आज़ादी लफ़्ज़ तन मन को प्रफुल्लित करता है एक उमंग भरता है ज़हनी खुशी का एहसास कराता है। आज पूरा देश आज़ादी की 75वीं वर्ष गांठ बड़ी धूम से मना रहा है! ये आज़ादी यकीनन आज के देश वासियों के लिये एक नायाब तोहफ़े की शक्ल में है! और ये तोहफा जिसकी खुली आबोहवा में हम सब सांस ले रहे हैं! ये आसानी से नहीं मिला है! इसके लिये हमारे उन पूर्वजों ने धन और मन के अलावा अपनी जाने भी कुर्बान करी हैं।
जहाँ शहीद भगत सिंह और उनकी कौम ने इस देश के लिये मौत को गले लगाया! वहीं अशफ़ाक़ उल्ला व उनकी कौम ने हंसते हंसते शहादत का जाम पी लिया! तो इसी जगह चंद्र शेखर आज़ाद व उनकी कौम भारत माता का सर फख्र से ऊंचा रखते हुए शहीद हो गये! भारत के इस महापर्व को बगैर किसी भेदभाव के देश की सम्पूर्ण जनता हर्षोल्लास के साथ मना रही है। क्या दुकान क्या मकान क्या कार्यालय और क्या विभाग सभी जगह सभी लोग इस त्यौहार को मना रहे हैं और एक दूसरे को मुबारक बाद दे रहे हैं।
इसी कड़ी में पुलिस लाईन में पुलिस कमिश्नर डीoकेo ठाकुर ने ध्वजारोहण करने के बाद सबको मुबारक बाद दी और मिठाई बांटी !
अपने वक्तव्य में पुलिस कमिश्नर डीoकेo ठाकुर ने मौजूद पुलिस कर्मियों को आज़ादी व शहीदों की कुर्बानी से जुड़ी तमाम बातें बताईं व ईमानदारी से काम करने व देश हित में कार्य करने की शपथ दिलाई! अंत में पुलिस कमिश्नर डीoकेo ठाकुर ने उन पुलिस कर्मियों को “पुलिस महानिदेशक प्रशंसा चिन्ह” देकर सम्मानित किया जिन्होंने अपने काम के प्रति समर्पित होकर अपनी कार्यशैली से पुलिस का मान बढ़ाया है।