रजनीश कुमार मिश्र ( गाजीपुर): जिले के गांव बाराचवर में अयोध्या से पधारे फलहारी बाबा द्वारा भागवत कथा सोमवार से प्रारंभ हो गया । फलहारी बाबा ने बताया की सतसंग सात मार्च तक हर रोज शाम को 6 बजे से रात्रि नौ बजे तक सतसंग होगा ।
कथा के पहले दिन के कथा में फलहारी बाबा ने जीवन के बारे में उन्होंने कहां की जन्म लेने का फल इंसान का तब फलीत होता है । जब कथा रुपी लाभ जीव को मिलता है । उन्होंने बताया कीभागवत महापुराण के प्रथम अध्याय में सुकदेव जी ने राजा परीक्षित जी को बताया की जीव के लिए मनुष्य रुप मिलना दुर्लभ है ।
उन्होंने कथा में लोगों को बताया की मनुष्य का जीवन पानी की बुलबुले की तरह है । जैसे पानी का बुलबुला उठता है और तुरंत समाप्त हो जाता है। ठीक उसी तरह मनुष्य का जीवन भी कब धरती पर आता है और कब समाप्त हो जाता है । अतः मनुष्य को समय रहते ही परोपकार कर लेना चाहिए ।
कथावाचक फलाहारी ने कहा की जब एक फुल डाली पर मुरझा जाता है तो उस फुल का कोई मतलब नहीं रहता वहीं जो फुल भगवान के चरणों में पहुंच जाता है । वो फुल धन्य हो जाता है । ठीक इसी तरह मनुष्य जीवन भी है । इस दौरान वहां मौजूद भक्त जन जैकारे लगाते रहे । वहीं कथा के दौरान ब्लाक प्रमुख ब्रजेंद्र सिंह, पत्रकार यशवंत सिंह, दयाशंकर कुशवाहा, संजय पांडेय, राजाराम, आनंद सिंह आदि लोग व कार्यकर्ता मौजूद रहे।