————— Me : ऐ हवा! तुझे किसकी हवा लगी, रोग ये कैसा जिसकी दवा नहीं। Hawa : आपने ही बुनी प्रदूषण की चादर, लिपट गया जिसमें शहर से सागर, Me …
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————— Me : ऐ हवा! तुझे किसकी हवा लगी, रोग ये कैसा जिसकी दवा नहीं। Hawa : आपने ही बुनी प्रदूषण की चादर, लिपट गया जिसमें शहर से सागर, Me …