
रजनीश कुमार मिश्र गाजीपुर।बरेसर थाने क्षेत्र के हुसैनाबाद में हुए कृष्णा ठाकुर हत्या का मामला आखिर कार सुलझ ही गया।तेजतर्रार बरेसर थानाध्यक्ष राजेश बहादुर सिंह ने हत्या में शामिल चार अभियुक्तों को दबिश देकर गिरफ्तार किया।तेजतर्रार थानाध्यक्ष राजेश बहादुर सिंह ने हत्या का खुलासा करते हुए कहा की मृतक कृष्णा ठाकुर का हुसैनाबाद निवासी सुनील चौरसिया के बहन से करीब चार साल से बात करता था ।
इसी से नाराज होकर सुनील चौरसिया ने अपने बहन सोनी चौरसिया पर दबाव डालकर फोन कराया व मिलने के बहाने अपने घर बुलवाया कृष्णा ठाकुर जैसे ही अपने मासूका के घर पहुंचा वैसे ही डंडे से जोरदार प्रहार करने लगा जिससे लहुलुहान हो कृष्णा ठाकुर जमीन पर गिर गया।
सुनील चौरसिया व उसके साथी उसे मृत समझ घर से कुछ दुर ले जाकर उसे फेंक दिया।जब कृष्णा ठाकुर पर डंडे से प्रहार हो रहा था तब मासूका सोनी चौरसिया वहीं मौजूद थी।लेकिन सोनी चौरसिया अपने भाई के गुस्से को देख लाचार बेबस वहीं खड़ी रही ।व अपने आशिक को मरते देख कुछ ना कर सकी क्यों की प्यार का दुश्मन भाई गुस्से से पागल था।
भुपतिपूर ग्रांम प्रधान भी हत्या मे शामिल
पुलिस पुछताछ में सुनील चौरसिया ने जुर्म कबूल करते हुए बताया की कृष्णा ठाकुर व मेरी बहन सोनी चौरसिया से लगभग चार सालों से बातचीत करता था।लाख समझाने के बावजूद भी वो नहीं माना सुनील ने बताया की सोनी व कृष्णा भागकर शादी भी करने वाले थे।सुनील चौरसिया ने बताया की जब लाख कोशिशों के बावजूद भी वो नहीं माना तो मैने अपने बड़े पिता सौदागर चौरसिया संग मिलकर उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई।तो वहीं इस साजिश में भुपतिपूर ग्रांम प्रधान प्रवींद्र वर्मा भी शामिल था।
पुलिस ने बताया की मृतक कृष्णा ठाकुर के पिता हरेराम ठाकुर के तरफ से सोनी चौरसिया, सुनील चौरसिया,सौदागर चौरसिया ग्रांम प्रधान प्रवींद्र वर्मा के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया गया था।जिसके आधार पर पुलिस ने शनिवार को दबिश देकर चारो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया की चारों आरोपियों को संबंधित धाराओं में चालान किया गया है।गिरफ्तार करने वाली टीम में एसओ राजेश बहादुर सिंह, कांस्टेबल सौरभ त्रिपाठी, कांस्टेबल रितेश कुमार, कांस्टेबल पंकज कुमार त्रिपाठी,कांस्टेबल चालक सुधीर शुक्ला और महिला कांस्टेबल नीलम गौतम शामिल थे।