शहडोल ब्यौहारी दुर्गेश कुमार गुप्ता की रिपोर्ट,,,
प्रदेश के नागरिको को शुद्ध एवं गुणवत्तापूर्वक आहार मुहैया कराने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मिलावट से मुक्ति अभियान की शुरूआत की है। इसके अंतर्गत दैनिक जीवन में प्रयोग होने वाले खाद्य पदार्थ दूध, घी, मावा, पनीर, दही, मिठाईया, मिर्च, मसाले, तेल आदि में किसी भी प्रकार की मिलावट को रोकने के लिए त्वरित परीक्षण किया जायेगा। यह सुविधा प्रदेश सभी संभागो में प्रदान की गई है। चलित खाद्य प्रयोग शाला पूर्णत: वातानुकूलित
प्रयोग शाला की कार्य पद्धति एवं उपलब्ध टेलीवीजन एवं लाउडस्पीकर की मदद से आम नागरिको को खाद्य प्रदार्थों में मिलावट का तत्काल परीक्षण करने के लिए प्रयोग की सुविधा जागरूक किया जायेगा। आम नागरिक मात्र 10 रूपये शुल्क जमा कराकर खाद्य प्रदार्थो में होने वाली मिलावट की जाँच करा सकेंगे इस प्रयोग शाला में 67 प्रकार के खाद्य प्रदार्थों की जाँच की जायेगी।
तथा आधुनिक उपकरणो से युक्त है, इसके अंतर्गत मिल्क स्कैनर, बारीकियों से रूबरू हुए चलित पीएच मीटर, रेफ्रेटोमीटर, खाद्य परीक्षण प्रयोग शाला में टी.पी.आर. मीटर, पैथोलॉजिन किट के साथ बैलेंस, मिक्स ग्राइंडर, हाट एयर ओवन गैस सिलेंडर, कम्प्यूटर, प्रिंटर आदि उपलब्ध है। जिनकी सहायता से खाद्य प्रदार्थो का प्रारंभिक का उपयोग करने के लिए परीक्षण किया जायेगा
आज कमिश्नर शहडोल संभाग नरेश पाल ने कहा है कि संभाग में अब मिलाटर करने वालो की अब खैर नही होगी मिलावटी खाद्य प्रदार्थो के सेवन से कई प्रकार की जानलेवा बीमारिया होती है। उन्होंने संभाग में मिलावट खोरी में अंकुश लगाने के लिए मंशानुसार कमिश्नर कार्यालय परिसर से हरी झंडी दिखाकर चलित खाद्य प्रयोग शाला को रवाना किया। रवानगी के पूर्व चलित खाद्य
प्रदेश सरकार की ऐसी मंशा है कि मिलावट करने वाले गिरफ्त में आएंगे और ईमानदार व्यवसायी निर्भय होकर अपना व्यापार कर पायेंगे साथ ही आम नागरिक शुद्ध खाद्य प्रदार्थ प्राप्त कर सकेंगे।