

: केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का 74 वर्ष की उम्र में वीरवार की देर रात निधन हो गया। केंद्रीय खाद्य आपूर्ति मामलों के मंत्री रामविलास पासवान करीब डेढ़ माह से दिल्ली के फोर्टिस एक्सकार्ट्स हार्ट इंस्टिट्यूट में भर्ती थे।
लोक जनशक्ति पार्टी संस्थापक और बिहार के कद्दावर नेता रामविलास पासवान को दिल की बीमारी थी। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले ही उनकी हार्ट की सर्जरी हुई थी। लेकिन, स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ । लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष व उनके बेटे चिराग पासवान ने वीरवार की रात 8:40 बजे ट्वीट कर के पासवान के निधन की जानकारी। चिराग ने ट्वीट किया ‘पापा आज आप इस दुनिया में नहीं है, लेकिन मैं जानता हूं कि आप कहीं भी रहेंगे मेरे साथ रहेंगे” । बता दें कि 74 वर्षीय रामविलास पासवान को राजनीति का मौसम विज्ञानिक भी कहा जाता था ।
पासवान करीब पांच दशक से अधिक समय से सक्रिय राजनीति में थे। पासवान को देश के सर्वाधिक चर्चित दलित नेताओं में गिना जाता है। 5 जुलाई 1946 को बिहार में जन्मे रामविलास पासवान ने पुलिस अधिकारी बनने का मौका छोड़ राजनीति मे कदम रखा था। बताया जाता है कि 1969 में पहली बार विधानसभा पहुंचे। इसके बाद 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर पहली बार बिहार के हाजीपुर से लोकसभा का चुनाव जीतकर संसद में पहुंचे थे। लोकसभा के सदस्य रामविलास पासवान 8 बार लोकसभा के सदस्य रहे। इस दौरान संपर्क सहित केंद्र में कई गठबंधन की सरकार में मंत्री रहे रामविलास पासवान को राजनीति लंबा अनुभव था। वह करीब प्रधानमंत्रियों के साथ उन्होंने काम किया था।
केंद्रीय मंत्री के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गृह मंत्री अमित शाह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई विभिन्न दलों के कई नेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया है