मुख्य बिन्दु
- आत्मदाह के लिए उकसाने का आरोप, आरोपी के पिता राजस्थान के पूर्व राज्यपाल रह चुके हैं
- मंगलवार को महिला ने खुद को लगाया था आग
- धर्म बदल कर मुस्लिम युवक से की थी शादी
लखनऊ : मंगलवार को दोपहर विधानसभा के सामने खुद को आग लगाने वाली महिला अंजलि तिवारी उर्फ आयशा की बुधवार की देर शाम सिविल अस्पताल में उचार के दौरान मौत हो गई। इस मामले में महिला को आत्मदाह के लिए उकसाने के आरोप में पूर्व कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल स्व: सुखदेव प्रसाद के पुत्र को थाना कोतवाली हजरतगंज पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस आरोपी आलोक प्रसाद पर अंजलि को आत्मदाह के लिए उकसाने के आरोप में केस दर्ज किया है ।
आलोक की गिरफ्तारी को कांग्रेस ने बताया दलितों का उत्पीड़न
अंजली को उकसाने के आरोप में कांग्रेस नेता आलोक प्रसाद की गिरफ्तारी पर सियासत भी तेज हो गई है। प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट कर इसे दलितों का उत्पीड़न करारा दे दिया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने ट्वीट कर कहा कि राज्य सरकार अपनी नाकामी छिपाने की लिए साजिशें रच रही है।
आत्मदाह से पहले आयशा और आलोक में फोन पर कई बार हुई बात
बताया जा रहा है कि पुलिस ने दोनों की आरोक और अंजली उर्फ आयशा की कॉल डिटेल निकाली तो पता चला कि अंजलि के आत्मदाह के प्रयास से पहले अंजली और आलोक के बीच कई बार बातचीत हुई थी। इसी के आधार पर हजरतगंज पुलिस ने महाराजंग पुलिस की सूचना पर बुधवार गोमतीनगर स्थित आवास से आलोक को हिरासत में ले लिया था। आरापी आलोक उत्तर प्रदेश दलित कांग्रेस का अध्यक्ष है। महराजगंज की महिला अंजली तिवारी उर्फ आयशा को आत्मदाह के लिए उकसाने के आरोप में हिरासत में लिया गया आलोक प्रसाद उत्तर प्रदेश दलित कांग्रेस और महराजगंज से कांग्रेस का जिला अध्यक्ष भी है।
कई पदों पर रह चुके हैं आरोपी आलोक के पिता
महिलाको आत्मदाह के लिए उकसाने के आरोपी आलोक के पिता स्व. सुखदेव प्रसाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष, इस्पात व खान राज्यमंत्री के अलावा राजस्थान के राज्यपाल भी रह चुके हैं। पुलिस का आरोप है कि अंजली उफ आयशा ने जब आत्मदाह का प्रयास किया था, उस समय आलोक भी आसपास मौजूद था।
धर्म परिर्वतन कर मुस्लिम युवक से शादी करने वाली एक महिला ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भाजपा कार्यालय के सामने खुद पर तेल डाल कर आग लगा ली। महिला को जलता देख चारों ओर हड़कंप मच गया। हलांकि मौके पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने महिला को जलने से बचा लिया। फिर भी महिला करीब 70 प्रतिशत झुलस गई है। बताया जा रहा है कि उसे सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।
यह है पूरा मामला
पुलिस को दी शिकायत में महिला ने बताया कि उसकी पहली शादी महाराजगंज निवासी अखिलेश तिवारी से हुई थी। लेकिनी किसी कारणों बश तलाक हो गया। बाद में उसने धर्म बदल कर आसिफ नाम के युवक से निकाह किया। इसके बाद उसका पति आसिफ सऊदी चला गया।
पीडि़ता ने आरोप लगाया था कि आसिफ के घरवाले उसे प्रताड़ित करते रहे, जिससे तंग आकर उसने आत्मदाह की कोशिश की। महिला ने कहा कि इससे पहले वह थाना महराजगंज शिकायत भी की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इंसाफ के लिए वह मुख्यमंत्री से मिलना चाहती थी, लेकिन वह नहीं सकी। इससे निराश होकर महिला ने आत्मदाह का प्रयास किया।