
पंजाब में सियासी शतरंज का खेल अभी थमा नहीं है। राजनीतिक उठापटक के बीच पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह दो अक्टूबर गांधी जयंती के दिन नया दांव चल सकते हैं। कयास लगाया जा रहा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह दो अक्टूबर को अपनी नई पार्टी की घोषणा कर सकते हैं।
राजनीति के जानकारों का मानना है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह का यह नया संगठन करीब एक साल से दिल्ली बार्डर पर चल रहे धरने को खत्म करवा सकता है। यही नहीं यह संगठन अगले साल 2022 में होने वाल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। क्योंकि कांग्रेस के 30 विधायक अभी भी कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ हैं।
इसके अलावा पंजाब में आली दल से भाजपा का गठबंधन खत्म होने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह से अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा जुड़ेगी और इसका लाभ भाजपा और कैप्टन अमरिंदर सिंह के नए दल होगा । यह भी हो सकता है कि चुनाव बाद भाजपा कैप्टन अमरिंदर सिंह को अपना समर्थन कर पंजाब का अगला सीएम भी बना सकती है। क्योंकि भाजपा के पास खोने के लिए कुछ नहीं है, जबिक कांग्रेस और अकाली दल के पास गंवाने को बहुत कुछ है।
उसके बाद पंजाब में नए सियासी दल का आगाज होगा, जो पार्टियों की पहचान से ऊपर कैप्टन अमरिंदर सिंह के इर्द-गिर्द घूमेगा। इस तरह अमरिंदर किसानों के साथ-साथ केंद्र को भी साधकर डबल माइलेज लेंगे