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कपड़ा फैक्ट्री मेंं मजदूर की मौत, हंगामा

लुधियाना (पंजाब) : यहां के औद्योगिक क्षेत्र फोकल प्वाइंट फेज 8 में कपड़ा फैक्ट्री में काम करते समय सिर पर गांठ गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई । मजदूर की मौत के बाद यहां काम कर रहे श्रमिकों और मृतक के परिजनों ने फैक्ट्री के बाहर जमकर हंगामा किया। यही नहीं मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर मजदूरों ने फोकल प्वाइंट की पुलिस चौकी कंगनवाल के सामने भी अपने गुस्से का इजहार किया। मृतक की पहचान बिहार निवासी परमेश्वर साहनी के रूप में हुई है।

कपड़े का बंडल फेंकते समय हुआ हादसा

पुलिस चौकी कनगंवाल के बाहर फैक्ट्री मालिक के खिलाफ रोष जाहिर कर रहे मृतक के परिवार के सदस्यों का कहना है कि कपड़े का बंडल फेके जाने के कारण मजदूर की गर्दन की हड्डी टूट गई। जिसके बाद युवक तड़पता रहा रहा। इसके बाद फैक्ट्री मालिकों ने उसे एक अस्पताल में भर्ती करवाया जहां आठ दिनों तक उसका इलाज चलने के बाद मजदूर मौत हो गई।

मृतक के परिजनों का आरोप

फ़ोकल प्वाइन्ट जीवन नगर चौकी में परिजन पुलिस से गुहार लगाने पहुंची मृतक की पत्नी ने कहा कि उसकी कोई सुनवाई नही हुई। इस दौरान मृतक के परिजन और मिल मजदूरों ने पुलिस चौकी के बाहर जमकर रोष प्रदर्शन किया। के संबंध में जेनूलहक , विकास कुमार, राज कुमार साहनी, जगदीश चौधरी ने बताया कि फ़ोकल प्वाइंट फेज आठ में अग्रवाल डाइंग फैक्ट्री में 19 सितंबर को सुबह 7:00 बजे बजे गाड़ी में कपड़े का बंडल इकट्ठा करके परमेश्वर साहनी गाड़ी में रख रहा था। जिसके बाद एक मंजिल से एक युवक कपड़े का बंडल फेंकने में लगा था। उसमें कोई सेफ्टी भी नही दिया गया। जिसके बाद वह बंडल परमेश्वर साहनी के गर्दन पर जा गिरा। जिसके बाद वो आधा घण्टे तक तड़पता रहा उसके बारे में किसी को पता नही चला।

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इलाज पर खर्च तीन लाख से अधिक फैक्ट्री मालिक ने दिया 7000

मिल मालिक के खिलाफ प्रदर्शन करें मजदूरों ने बताया कि जब इस बारे फैक्ट्री मालिक पता चला तो वह घायल युवक को इलाज के लिये कल्याण अस्प्ताल में ले गए। नहीं परमेश्वर साहनी की हालत ज्यादा गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने उसे किसी और अस्पताल के लिए रेफर कर दिया । इसके बाद मजदूर से इलाज में आने वाले खर्च को लेकर मिल मालिक ने मजदूर के परिजनों से बातचीत की। मजदूरों ने बताया कि परमेश्वर के इलाज में 300000 से अधिक रुपए खर्च होने की बात सामने आई थी। लेकिन फैक्ट्री मालिक केवल ₹7000 ही इलाज के लिए दे रहा था। प्रदर्शनकारी मजदूरों ने बताया कि मजदूर परिवार के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह परमेश्वर साहनी का इलाज करवाएं। फिलहाल मजदूरों ने चंदा एकत्र कर परमेश्वर साहनी इलाज के लिए जो कुछ पैसे दिए थे उन्होंने दिया लेकिन इलाज के दौरान ही मजदूर की मौत हो गई। मजदूरों का कहना है कि डॉक्टरों के मुताबिक परमेश्वर साहानी के गर्दन और रीढ़ को जोड़ने वाली हड्डी टूट गई थी। इसी वजह से उसकी मौत हो गई । प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मृतक के परिवार को मुआवजा और आरोपी मिल मालिक के खिलाफ कार्रवाई की जाए।








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