झरोखा डेस्क। शुक्रवार को देश के किसी भी भाग में रमजान का चांद नज़र नहीं आया, इसलिए इस्लाम के मुकद्दस महीना रमजान का पहला रोजा अब शनिवार को नहीं, बल्कि दो मार्च रविवार को होगा। हाफिज मोहम्मद शोएब अंसारी ने बताया कि शुक्रवार को रमजान का चांद नजर नहीं आया। उन्होंने बताया कि कई हाजियों और ईमामों से संपर्क साधा गया लेकिन कहीं भी चांद दिखने की कोई खबर नहीं आई। उन्होंने बताया कि पता चला देशभर में कहीं भी चांद दिखने की पुष्टि नहीं हुई।
शोएब अंसारी ने कहा कि चांद न दिखने की सूरत में देशभर के ईमामों ने यह तय किया है कि पहला रोज़ा दो मार्च रविवार को होगा।
दीनी मरकज जामा मस्जिद लुधियाना से पंजाब के शाही इमाम व रूअते हिलाल कमेटी पंजाब (चांद देखने वाली कमेटी) के अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी ने कहा कि बादल छाए रहने के वजह से पंजाब सहित देशभर से कहीं भी चांद दिखने की कोई पुष्टि नहीं हुई है। लिहाजा यह ऐलान किया कि शुक्रवार को रमजान-उल-मुबारक के पवित्र महीने का चांद नजर नहीं आया, इसलिए दो मार्च दिन रविवार को रमजान का पहला रोजा होगा। इस पवित्र महीने के शुरू होने पर शाही इमाम ने सभी को दिली मुबारकबाद दी।
चांद दिखने के दिनों पर निर्भर होती है महीने के दिनों की संख्या
उन्होंने बताया कि इस्लाम में एक महीना 29 या 30 दिन का होता है। महीने के दिनों की संख्या चांद दिखने पर निर्भर करती है। शोएब अंसारी ने कहा कि शनिवार को इस्लामी कलेंडर के आठवें महीने ‘शाबान’ की 30 तारीख है।