चंडीगढ़। मांगों को लेकर पंजाब रोडवेज (पीआरटीसी और पनबस ) के हजारों संविदा कर्मचारी सोमवार हो पूरे दिन हड़ताल पर रहे। कर्मचारियों के हड़ताल पर होने से पंजाब रोडवेज की बसों के पहिए थम गए।
रोडवेज की बसें न चलने से दिन भर यात्री परेशान होते रहे। इनमें सबसे ज्यादा परेशानी आधार कार्ड धारक महिलाओं को हुई। क्योंकि आधार कार्ड धारक महिलाओं को पंजाब रोडवेज की बसों में निश्शुल्क सफर की सुविधा उलब्ध है। वहीं निजी कंपनी की बसें दिनभर फर्राटा भरती रहीं। रोडवेज के संविदा कर्मियों की हड़ताल अभी दो दिन यानि मंगलवार और बुधवार को भी जारी रहेगी।
रोडवेज के संविदा कर्मियों की हड़ताल और बसों के न चलने से पंजाब सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। बतादें कि पंजाब में 23 जिले हैं और सभी जिलों के रोडवेज कर्मी हड़ताल पर रहे। कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से बसें वर्कशाप और डिपो में दिनभर खड़ी रही।
यूनियन नेताओं ने बताया कि एक जुलाई 2024 को पंजाब रोडवेज, पीआरटीसी, पनबस कर्मचारियों की पंजाब सरकार के संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक हुई थी, जिसमें उनकी ओर से अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई करने की मांग की गई थी। साथ ही ठेका प्रथा समाप्त करने, विभाग में नई बसें व किलोमीटर स्कीम की बसें बंद करने, ट्रांसपोर्ट माफिया पर रोक लगाने, शर्तों के साथ निकाले गए कर्मचारियों को बहाल करने के साथ ही विभाग को सही ढंग से चलाने व वेतन बढ़ाने की मांग की गई। मगर ये मांगें अभी तक पूरी नहीं की गई है। जिस कारण वे तीन दिवसीय हड़ताल तहत संघर्ष कर रहे हैं।