बहराईच : नवरात्र के बाद दुर्गा प्रतिमाओं के विर्सजन के दौरान बहराईच बवाल हो गया। यह घटना जिले के महराजगंज में रविवार शाम 5 बजे की बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि प्रतिमा विसर्जन करने जा रहे लोगों को कुछ लोगों ने पथराव करिया। पहले बात तू तू मै मै से शुरू हुई जो विवाद में बलद गई। इसे शांत करने के लिए पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ी।
बताया जा रहा है कि इसके बाद पत्थर बाजी और फायरिंग शुरू हो जिसमें प्रतिमा विसर्जन करने जा रहे एक युवक की मौत हो गई। इसके बाद आगाजनी शुरू हो गई। युवक की मौत से गुस्साए लोगों ने शव रख कर रोष प्रदर्शन शुरू दिया।
महाराजगंज की घटना के विरोध में पूरे बहराइच जिले में बवाल हो गया। देर रात तक प्रदर्शन और जगह-जगह आगजनी की घटनाएं होती रहीं। डीएम एसडीएम सहित पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले को शांत करने का प्रयास कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि डीजीपी की सख्ती के बाद देर रात हरदी थाना प्रभारी और महसी चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया। गुस्साए पूजा समितियों ने प्रतिमाओं का विसर्जन रोक कर धरने पर बैठ गए है।
इसी बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने समितियों से अपील की कि वह प्रतिमाओं का समय पर विसर्जन कर। दोषियों के खिलाड़ी कठोरतम दंडनाक कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आरोपितों को पहचान कर उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करें। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आग बुझने पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम पर भी पथराव किया गयाद्य टीम के कर्मचारी किसी तरह जान बचाकर वहां से भागे। लोगों में आक्रोश इतना है कि उन्होंने पुलिस व प्रशासन के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी।
लोगों ने महसी के सीओ पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब डीजे पर लगे गाने को लेकर एक समुदाय विशेष की ओर से गाली गलौज और पथराव हुआ तो पुलिस तमाशा देख रही थी। आरोप है कि जब पथराव हुआ और पूजा समितियों के लोगों ने प्रदर्शन किया तो पुलिस ने उनपर ही लाठी चार्ज कर दिया। इस बीच समुदाय विशेष के लोग रामगोपाल को घर में उठा ले गए जहां उसकी गोली मार कर हत्या कर दी। यहीं नहीं पिलास से रामगोपाल के पैर की अंगुलियों से नाखून नोचने के भी आरोप लगाए हैं। फिलहाल पुलिस प्रशासन लोगों को सझाबुझाकर मामला शांत करवाने में लगा है।