आप बालिग हैं और अभी तक आधार कार्ड नहीं बनवाए हैं तो यह खबर आपके काम की है, क्योंकि 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को आधार कार्ड बनवाने के नियम कड़े कर दिए गए हैं। बंगलादेशी घुसपैठ को रोकने के लिए भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने आधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया में बदलाव किया है, जिस कारण आधार कार्ड बनने में चार से पांच माह का समय लग सकता है। नये नियमों के तहत अब आपको आधार कार्ड बनवाने के लिए मजबूत आधार देने होंगे, जिसकी जांच प्रशासनिक अधिकारी गंभीरता से करेंगे। जांच की यह प्रक्रिया पूरी होने में चार से पांच माह का समय लग सकता है। यूआईडीएआई का कहना है कि इस नए बदलात से बंग्लादेशी घुसपैठियों और फर्जी आधार कार्ड के मामलों में रोक लगाई जा सकती है।
अब नहीं चलेगा ऐसा
उल्लेखनीय है कि पहले आधार कार्ड बनवाने के लिए वार्ड पार्षद या किसी राजपत्रित अधिकारी के पत्र से निवास सत्यापन मानकर कार्ड बनवाया जाता था, पर अब ऐसा नहीं चलेगा। नए नियमों के मुताबिक अब आवास प्रमाण पत्र से लेकर पिता, पति समेत किसी के आधार कार्ड, शैक्षणिक दस्तावेज के जहां से आपने पढ़ाई है के सत्यापन ही आधार कार्ड नाने की प्रक्रिया प्रांरभ हो रही है। यूआईडीएआई की वेबसाइट पर इसमें संबंधित व्यक्ति के दस्तावेज अपलोड होंगे। इन कागजों की जांच जिला स्तर पर एडीएम के माध्यम से करवाई जाएगी।
इन दफ्तरों में ही बनेंगे 18 वर्ष या इससे अधिक आयु के लोगों के आधार
बतादें की अब 18 साल याह इससे अधिक आयु वालों लोगों के आधार कार्ड हर जगह नहीं बन पाएंगे। इसके लिए जिला स्तर पर स्थित प्रधान डाकघर या एक यूआईडीएआई केंद्र पर बनाया जाता है। जबिक, आधार कार्ड में नाम में सुधार, निवास स्थान में बदलाव या फिर अन्य कोई बलदवा के लिए किसी भी केंद्र पर बनवा सकते हैं।
नियम में क्या है बदलाव
अब निवास प्रमाण पत्र से लेकर पिता, पति समेत किसी के आधार कॉर्ड, शैक्षणिक दस्तावेज के आधार पर ही नया आधार कॉर्ड बनाने की प्रक्रिया प्रांरभ होगी।
18 साल या फिर इससे ऊपर की उम्र के लोगों के आधार कार्ड हर जगह नहीं बनेंगे।
ऐसे लोगों के आधार कार्ड अब जिला स्तर पर केवल दो ही सेंटर पर बनेंगे।
एक यूआईडीएआई का जिला सेंटर होगा और दूसरा जिले का प्रधान डाकघर।
अन्य आधार कॉर्ड के लिए किसी भी सेंटर पर पर जा