पंजाब में सत्ता से बेदखल हो चुका शिरोमणि अकाली दल अभी से राजनीतिक जमीन तैयार करने में जुट गया है। क्योंकि कोरोना काल में शिअद को कैप्टन सरकार के खिलाफ दो बड़े राजनीतिक मुद्दे मिल गए हैं। एक तो लॉकडाउन के दौरान केंद्र सरकार द्वारा जरूरतमंदों के लिए जारी किए राशन वितरण में हुई गड़बड़ी और दूसरा अनलॉक के बाद बेतहाशा बढ़ रही डीजल और पेट्रोल के दामों के खिलाफ शिरोमणि अकाली दल ने प्रदेश में मोर्चा खोल दिया है। इस समय पंजाब में पेट्रोल 84 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। ऐसे में कांग्रेस शिअद और भाजपा पर निशाना साध रही है तो शिअद कांग्रेस पर।
प्रदेश की सभी जिलों में शिअद ने किया प्रदर्शन
पेट्रोल-डीजल, रेत, ईंट और सरिया के बढ़ते दामों को लेकर शिरोमणि अकाली दल ने प्रदेश के सभी 22 जिलों में रोष प्रदर्शन कर कांग्रेस को जम कर कोसा। शिअद नेताओं का कहना था कि प्रदेश सरकार डीजल और पेट्रोल से वैट हटाए। शिअद नेताओं ने कहा हरियाणा और चंडीगढ़ में डीजल और पेट्रोल पंजाब से सस्ता है, लकिन कैप्टन सरकार लोगों का कचूमर निकाल रही है। इधर, पूर्व राजस्व मंत्री विक्रम मजीठिया ने पेट्रोल की तुलना सोने की ईंट से करके प्रदेश कांग्रेस को कोसा। उनका कहाना था कि कांग्रेस सरकार डीजल व पेट्रोल से वैट कम करके लोगों को राहत दे।
केंद्र का राशन कैप्टन ने दुकानों पर बेचा
शिरोमणि अकालीदल के अध्यक्ष और सांसद सुखबीर बाद ने कैप्टन सरकार पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट में लॉकडाउन के दौरान केंद्र सरकार ने पंजाब को जो राशन अलाट किया था उसे गरीबों को देने की बजाया कांग्रेसियों ने दुकानों पर बेचा है। उन्होंने कहा कि अगर कहीं राशन बांटा भी गया है तो कांग्रेसी पार्षद, विधायक, सरपंच और स्थानीय नेताओं ने केवल अपने चहेतों को बांटा है। बादल ने कहा कि कहा कि अगर यह राशन बांटा गया होता तो छह लाख से अधिक अंतर प्रांतीय श्रमिक पलायन नहीं करते। और तो और कांग्रेसियों ने पंजाब के भी गरीबों को लूटने से नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा कि नीले कार्ड धारक गरीबों के कार्ड से नाम काटे जा रहे हैं, ताकि उन्हें सरकारी राशन से वंचित कर यह अनाज अपने चहेतों में बांटा जाए। राशन वितरण में धांधली हो रही है इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए।
शराब का धंधा कर रही है सरकार!
सुखबीर बादल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार लोगों के हित में काम करने की बजाया शराब का धंघा कर रही। यही नहीं खनन माफियाओं से भी सरकार का सीधा संबंध है और कांग्रेसी नेताओं की मिलीभगत से खनन माफियाओं का हौशला बुलंद है। शिअद अध्यक्ष ने प्रदेश सरकार पर 5600 करोड़ शराब के पैसे का गबन करने के भी आरोप लगाए। तेल की बढ़ती कीमतों के लिए भी उन्होंने कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
शिअद का प्रदर्शन सियासी ड्रामा
इधर, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शिरोमणि अकाली दल के प्रदर्शन को महज सियासी नाटक करार दिया। उन्होंने कहा कि अगर शिरोमणि अकाली दल सच में पंजाब और पंजाब के लोगों का हितैशी है तो सुखबीर पहले केंद्र से नाता तोड़ें। उन्होंने कहा कि शिअद अध्यक्ष को डीजल और पेट्रोल के दाम कम करने के लिए केंद्र की मोदी सरकार पर दबाव डालना चाहिए। क्योंकि उनकी पत्नी हरसिमरत कौर बादल केंद्र में कैबिनेट मंत्री हैं। पंजाब की जनता सब जानती है। कैप्टन ने कहा कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल व डीजल की कीमतों में गई गुणा वृद्धि की है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 से शिरोमणि अकाली दल केंद्र की एनडीए सरकार की साझेदार है। डीजल पर टैक्सों 900 और पेट्रेाल पर 700 प्रतिशत की वृद्धि की गई। सुखबीर को चाहिए कि इसका विरोध सड़क की बजाय संसद में करें तो अच्छा रहेगा।