गाजीपुर (Ghazipur): अयोध्या Ayodhya में जैसे जैसे राम मंदिर और भगवान श्री राम के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की घड़ियां नजदीक आ रही हैं, वैसे-वैसे भक्तों का उत्साह चरम पर पहुंचता जा रहा है। इसके साथ ही राम मंदिर Ram Mandir आंदोलन से जुड़ी करीब 32 साल पुरानी यादें भी ताजा हो रही हैं। राम मंदिर आंदोलन से जुड़े लोगों पर तत्कालीन उत्तर प्रदेश की सरकार ने गोलियां तो चलवाई ही साथ ही उन्होंने प्रदेश की विभन्न जेलों में भी रखा।
श्री राम मंदिर आंदोलन से जुड़े गाजीपुर जिले के गांव बाराचवर निवासी चंद्रमा कुशवाहा बताते हैं कि उस समय तत्कालीन सरकार ने गाजीपुर में भी एक अस्थाई जेल बनाया है। चंद्रमा कहते हैं कि यह जेल गाजीपुर के गोराबाजार स्थित महाविद्यालय में भी बनाई गई थी।
चंद्रमा कुशवाहा के मुताबिक गाजीपुर की इसी गोराबाजार में बनी अस्थाई जेल में हजारों रामभक्त कार सेवकों को रखा गया था। वे बताते हैं कि इनती बड़ी संख्या में कार सेवकों के लिए भोजन पानी आदि की व्यवस्था करने में तत्कालीन जिला प्रशासन और सरकार विफल रहा है।
चंद्रमा के मुताबिक अस्थाई जेल में मंद राम भक्तों को भोजन और पानी के लाले पड़ गए थे। यह स्थिति करीब एक माह तक बनी रही । वे कहते हैं कि आज कई पीढ़ियों के लंबे इंतजार और हजारों लोगों के बलिदान के बाद वह सुखद पल आया है जब श्री राम मंदिर का निर्माण पूर्ण होने वाला है।