रजनीश कुमार मिश्र गाजीपुर। शिकायतकर्ता रंजीत मिश्रा के याचिका के उपरांत रविवार को हाईकोर्ट व जिलाधिकारी के आदेशानुसार जिला उद्यान अधिकारी शैलेंद्र मिश्रा बाराचवर विकास खंड अंतर्गत टोडरपुर गांव पहुंचे जहां उन्होंने शौचालयों की जांच की ।
बतादे की इससे पहले 28.9.2021 को जिला उद्यान अधिकारी शैलेंद्र मिश्रा ने ही जांच किया था।जिसपर असंतोष व्यक्त करते हुए शिकायतकर्ता रंजीत मिश्रा ने पुनः जांच करने की मांग की जीस पर हाईकोर्ट व जिलाधिकारी ने पुनः जांच करने का आदेश दिया।हाईकोर्ट व जिलाधिकारी के आदेशानुसार रविवार को जिला उद्यान अधिकारी जांच करने पहुंचे थे।
शिकायतकर्ता रंजीत मिश्रा ने लगाया आरोप
शिकायतकर्ता रंजीत मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा की ग्रांम प्रधान द्वारा शौचालय में धाधली किया गया है।उन्होंने कहा की मै इस जांच से संतुष्ट नहीं हूं।ये जांच मै गांव की भलाई के लिए करा रहा हूं।रंजीत मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा की मै पुनः जांच करने के लिए फिर से याचिका दुंगा तथा इस बार अगर जिला उद्यान अधिकारी शैलेंद्र मिश्रा को जांच मिलती है। तो जिलाधिकारी महोदय से दुसरे किसी अधिकारी से जांच कराने की मांग करूंगा।क्यो की शैलेंद्र मिश्रा के उपर हमे विश्वास नहीं है।
रंजीत मिश्रा ने कहा की हाईकोर्ट ने चौदह विंदुओं पर जांच करने के लिए आदेश पारित किया है।वहीं जिला उद्यान अधिकारी शैलेंद्र मिश्रा से जब मिडिया ने पुछा तो उन्होंने कहा की टोडरपुर गांव में शौचालय की जांच हुई है।रिपोर्ट आने पर मिडिया को बता दिया जायेगा।
अपने उपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज किया पुर्व प्रधान व प्रधान पति मुन्ना राजभर ने
टोडरपुर गांव के पुर्व प्रधान व वर्तमान प्रधान पति मुन्ना राजभर अपने उपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा की जो व्यक्ति जांच कराता है वो कही ना कही सीख का मौका देता है।उन्होंने कहा की किसी व्यक्ति के द्वारा खोदे गये गड्ढे से हमे सीख मिलती है की उसे कैसे पार करे उन्होंने गांव के जनता के साथ शिकायकर्ता का धन्यवाद किया।मुन्ना राजभर ने कहा की जांच करता ओमप्रकाश चौबे की दो पुत्रियां है।जिन्हें अविवाहित दिखा उनकी जायजात अपने नाम करा लिया।जिसमे मैने उनके विरोध में बयान दिया था।जिससे नाराज होकर वो बार बार जांच कराते है।
उन्होंने कहा की दुसरे शिकायतकर्ता रंजीत मिश्रा 132 लैंड पर कब्जा किया है।और उनके द्वारा उसमे घर भी बनाया गया है।वही ग्रामीणों से जब जांच के बारे में बात किया तो ग्रामीणों ने कहा की बार बार जांच कराने के वजह से गांव का विकास रूका हुआ है।क्यो की कोई प्रधान ऐसे ही जांच में फंसे रहेगा तो गांव का विकास कैसे होगा।