रजनीश कुमार मिश्र गाजीपुर। कोरोना महामारी के चलते एक साल से बंद.स्कूल एक बार.फिर से खुल गये है।बुधवार को जैसे ही विद्यालय खुला तो स्कूल जाते बच्चों पर एक मुस्कान सी दिखी क्यो की सालो बाद बच्चे विद्यालय जा रहे थे।वहीं विद्यायलों के मुख्य द्वार पर शिक्षक स्वागत करने के लिए तैयार थे।कही आरती की थाल तो कही चोकलेट ले शिक्षक बच्चों के स्वागत के लिए तैयार खड़े थे।
कोरोना गाईडलाईन का किया जा रहा पालन
गाजीपुर जनपद के सरकारी व प्राईवेट विद्यायलों में कोरोना गाईडलाईन का पालन करते हुए बच्चों को विद्यालय परिसर में प्रवेश दिया जा रहा है।स्कूल के मुख्य द्वार पर बच्चों को सेनिटाईज कर व दुरी बनाते हुए क्लास रूम में प्रवेश दिया गया।जहां दुरी बनाते हुए बच्चों को बिठाया गया।प्राईमरी विद्यालय के शिक्षक फैजान अंसारी ने बताया की कोरोना गाईडलाईन के अनुसार ही विद्यालय संचालित हो रहा है।हर क्लास रूम में सेनिटाइजर की भी व्यवस्था है।
वही जनपद के कुछ निजी व सरकारी विद्यायलों में बच्चों के स्वागत के लिए खास इंतजाम भी देखने को मिला। किसी विद्यालय पर आरती की थाल तो कही बच्चों के मुह मिठा कराने की व्यवस्था किया गया थ। बिरसिंहपुर प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक अखिलेश प्रसाद ने बताया की सुबह 8 बजे 11 बजे तक व 11:30 बजे से 2 बजे तक विद्यालय का संचालन होगा।
स्कूल वाहनों की मनमानी, वाहन बच्चों को बैठाते समय नही कर रहे, गाईडलाईन का पालन
अभी कोरोना पुर्ण रूप से खत्म नहीं हुआ है।कोरोना की तीसरी लहर की आशंका अभी बरकरार है।लेकिन सरकार ने गाईडलाईन का पालन करते हुए विद्यालय खोलने का निर्देश जारी कर चुकी है।और विद्यायलों में कोरोना के सारे नियमों का पालन भी किया जा रहा है।लेकिन निजी स्कूल वाहनों में कोरोना गाईड लाईन का पालन नहीं किया जा रहा है।वाहन चालक मनमानी करते हुए बच्चों को वाहनों में ठुस रहे है।तो वही बच्चों के अभिभावक भी बेपरवाह है।अगर ऐसे वाहन चालकों पर नकेल नही कसा गया तो जल्द ही कोरोना प्रकोप बच्चों पर हावी हो सकता है।