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बेवफा पत्नियां, किसी ने नौकरी मिलने पर पति को छोड़ा तो किसी ने प्रेमी के लिए

Unfaithful wives, someone left her husband after getting a job, someone left for her lover

Thejharokha.com : पतियों के बेवफा होने के किस्से आपने बहुत पढ़े और सुने होंगे लेकिन, अब पत्नियां बेवफा होने लगीं है। पाणिग्रण और शप्तपदी के दौरान सात जन्मों तक साथ निभाने की कश्में अब मात्र रश्म निभाने की औपचारिकता भर हो कर रह गई है।

इस्लाम में तो शादी मात्र समझौता भर होती है। जब जी भर गया, तलाक ले लिया लेकिन अब यही रिवाज हिंदू विवाह में भी देखने को मिलने लगा है, जहां विवाह को मानव जीवन के 16 संस्कारों में सबसे महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। प्यार में धोखा अब लड़कियों को ही नहीं लड़कों भी मिलने लगा है। किसी ने पत्नी को पढ़ा लिखा कर राजपत्रित अधिकारी बनाया तो किसी ने आईलेट् करा कर कनाडा और अमेरिका भेजा। इस भरोसे के साथ महिला पढ़ेगी तो परिवार आगे बढ़गा लेकिन, यह क्या। ‘बेटी’ ऐसी पढ़ी कि परिवार तो आगे नहीं बढ़ा अलबत्ता वह आगे, इतना आगे बढ़ी कि सात फेरों के दौरान बंधी गांठे खोल कर स्वच्छंद हो गई। इतना स्वच्छंद कि कोट-कचहरी के चक्कर लगाने लगा यह साबित करने के लिए कि उसने पत्नी को पैरों पर खेड़े होने के काबिल बनाया न कि, कभी दहेज की मांग की।

ज्योति मौर्या और आलोक मौर्या का मामला

अभी हालिया मामला एसडीएम बनीं ज्योति मौर्य और उनके सफाई कर्मी पति आलोक मौर्य का ही ले लें। अलोक का कहना है कि उन्होंने पत्नी को अपना ‘पेट काट कर’ पढ़ा-लिखा कर इस काबिल बनाया कि वह एसडीएम बन गईं। वहीं ज्योति मौर्य ने आलोक को दहेज उत्पीड़न और तलाक का नोटिस थामा दिया है। इसके मीडिया में वह खबरें भी आई जो पति-पत्नी की बातें सार्वजनिक मंच पर तो क्या परिवार में भी पर्दे में रहती हैं।

पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर केस

अब यह मामला अखबरों के फ्रंट पेज पर लीड, एंकर और पेज एक से दो और तीन पर पहुंचा ही था कि एक पाकिस्तनी महिला सीमा हैदर का सामने आ गया। जो एक भारतीय युवक के प्रेम में इस कदर पागल हुई कि अपने शौहर से बेवफाई कर कानून की तमाम बंदिशें तोड़ती हुई दोनों देशों के बीच खिंची लाल लकीर (सीमा रेखा) को लांघ भारत आ गई।

ज्योति जैसी लव और अंगीरा की कहानी

यही नहीं उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के सोहसा पट्टी गौसी में भी ठीक ज्योति मौर्य और आलोक मौर्य जैसा मामला सामने आया। यहां भी पति के हौसलों के पंख से उड़ान भरने पत्नी जब दुबई से कमाकर लौटी तो पति से गले क्या लगना हाथ में तलाक की नोटिस थमा दी। वहीं पत्नी के इस प्रत्याशित कदम से आहत पति का कहना है कि उसने पत्नी को पढ़ा लिखा कर अपनी ही कंपनी में नौकरी दिलाई, जब पैसा आ गया तो उसने मुंह मोड़ लिया। यही नहीं, इस बेवफा पत्नी को अपने तीन वर्ष केबच्चे पर भी तरस नहीं आया।

यह कहानी भी ठीक एसडीएम ज्योति मौर्य की कहानी जैसी ही है। गौतम बुद्ध की धरती कुशी नगर के लवकुश की शादी तीन फरवरी 2018 को महाराजगंज की अंगीरा से हुई। उस समय लवकुश मदरसन सुमी सिस्टम कंपनी में दिल्ली में डाटा एसोसिएट के पद पर कार्य करते थे। नव अपनी नई नवेली दुल्हन को शादी के एक साल बाद 2019 में दिल्ली ले गए। वहां उन्होंने पत्नी को बीएड कराया और अपनी ही कंपनी में डाटा बेस वर्कर की नौकरी भी दिला दी। लव के मुताबिक 2020 में एक पुत्र मान हुआ। दोनों कमा रहे थे और दांपत्य जीवन भी ठीक से चल रहा था। इसी बीच 2021 में कंपनी ने पत्नी को दुबई जाने का ऑफर दिया। लव ने भी अपनी पत्नी अंगीरा को दुबई जाने सहमति दे दी। 18 दिसंबर 2021 को अंगीरा दुबई चली गईं। वहां जाने के बाद छह माह तक तो मोबाइल पर वायस और वीडियो काल होती रही। एक दूसरे का सुख-दुख बांटते रहे। इधर, लव अपने अपने बच्चे मान को संभालते रहे। लेकिन लव को क्या पता था कि अंगीरा जब लौटेगी तो उन्हें तलाक का नोटिस थमा देगी और खुद दोबारा दुबई चली जाएगी।

वेटर पति ने पत्नी को बनाया नर्स, बोली, अब रहूंगी डाक्टर के संग

यह घटना भी उत्तर प्रदेश की ही है। यहां भी एक पति ने अपनी पत्नी को पढ़ा लिखा कर नर्स बनाया। अब पत्नी नर्स बनी उसे वेटर पति नहीं बल्कि, MBBS डाक्टर को अपनी हमसफर बना लिया। यह मामला भी ज्योति-आलोक और अंगीरा-लवकुश की कहानियों से मेल खाती है। यहां भी पति का कहना है कि उसने खुद वेटर नौकरी कर अपनी पत्नी को पहले बीएससी BSC करवा कर नर्स बनाया। अब वही पत्नी उसका साथ डाक्टर के साथ रहने लगी है।

एटा जिले के अखतौली गांव के रहने वाले प्रदीप और उनकी पत्नी अर्चना यादव के मुलाकात की कहाली फिल्मी कहानी की तरह है। इन दोनो की मुलाकात 2019 में एक शादी समारोह में हुई दोनों एक दूसरे को दिल दे बैठे। कुछ दिन लिव-इन रिलेशनशिप में रहे। फिर 2022 में शादी कर ली। इसके बाद प्रदीप विदेश चला गया और वहां वेटर की नौकरी करने लगा। इधर, पति के हौसला आफजाई और पैसों से अर्चना ने बीएससी की और उसे नर्स की नौकरी मिल गई। जब नौकरी मिली तो अर्चना का दिल एक डाक्टर पर आ गया फिर क्या था, अर्चना ने प्रदीप पर दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज करवा उसे तलाक का नोटिस थमा दिया। इधर, प्रदीप कभी थाने तो कभी कचहरी चक्कर काट रहा है।

ये घटनाएं तो बस एक बानगी भर हैं। और इस वर्ष की है जो सोशल मीडिया और मीडिया में छाई हुई हैं। ऐसी और भी घटनाएं हैं , जिन्मे बेवफा पत्नियां पति से तलाक ले रही हैं, कोई शादी साल बाद तो कई चार साल बाद तो कोई शादी के 15-20 साल बाद।
शेष अगले अंक में पढ़ें







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