रजनीश मिश्र, गाजीपुर सैदपुर विधानसभा (Saidpur Vidhansabha ) क्षेत्र गाजीपुर जनपद की सात विधानसभा क्षेत्रों में से एक है। गगा किनारे बसे सैदपुर को रंगों के शहर के रूप में जानाजाता है। इसके अलावा भारतीय प्राचीन इतिहास में भी सैदपुर का अपना महत्व है। Uttr pradesh Vidhansabha Chunav 2022 सैदपुर से करीब चार किमी दूरी भीतर गांव में सम्राट स्कंद गुप्त की सिंह शीर्ष स्तंभ और शिलालेख है। इसके अलावा इसी भीतरी गांव में एक किले का खंडहर भी है, जिसे भीम का किला के रूप में जाना जाता है।
खैर रंगों का यह शहर अब ‘बेरंग’ हो चुका है। सैदपुर की मुख्य पहचान रंग और पुड़िया वाला नील उद्योग दम तोड़ चुका है। यह शहर कुटिर उद्योग के लिए भी जाना जाता है। यहां पर वाल हैंगिंग का काम भी बड़ स्तर पर होता है, जिसकी मांग भारत सहित दूसरे देशों में भी है। उत्तर प्रदेश चुनाव 2022 का चुनावी रण सज चुका है। बस अब चुनावी रणभेरी बने की देर है। आइए जानते हैं सैदपुर विधासभा सीट पर किस दल के विधायक हैं-
सैदपुर (Saidpur Vidhansabha ) आरक्षित विधानसभा सीट पर मौजूदा समय में समाजवादी पार्टी के विधायक सुभाष पासी हैं। सुभाष पासी वर्ष 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में 76,664 मत पाकर विजयी हुए थे । वहीं बीएसपी के राजीव किरण 59,726 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे। उल्लेखनीय है कि सुभाष पासी लगातार दूसरी बार इस सीट पर निर्वाचित हुए है। इससे पहले 2012 में भी वह इस सीट से एसपी के टिकट पर ही विजयी हुए थे। सैदपुर विधानसभा में मोदी लहर के बावजूद कमल नहीं खिला।
बता दें कि सैदपुर विधानसभा (Saidpur Vidhansabha ) में भाजपा के दो दिग्गज नेताओं कलराज मिश्र और केंद्र मंत्री महेंद्र पांडे का पैतृक घर भी है। इसके बावजूद यहां कमल नहीं खिल सका। यहां मुख्य मुकाबला सपा और बसपा के बीच रहा है, जबिक भाजपा तीसरे स्थान पर रही। 2022 के चुनाव में भी सपा के सुभाष पासी अनी प्रभुत्व बनाए रखने की कोशिश करेंगे।
जातिगत समीकरण
उत्तर प्रदेश की राजनीति में जातीय समीकरण बहुत मायने रखता है। इसी हिसाब से पार्टियों उम्मीदवारों को टिकट भी देती हैं। सैदपुर विधानसभा सीट आरक्षित है। यहां दलीत और यादव मतदाताओं का संख्या लगभग बराबर है। यदि जातीय समीकरण की बात करें तो सैदपुर विधासभा में यादव और दलित वोटर हारजीत का फैसला करते हैं।
जातीय वोटरों की संख्या
सैदपुर में कुल मतदाताओं की संख्या तीन लाख पचपन हजार एक सौ इक्यासी है। जातीय आधार पर वोटरों को वर्गीकृत करें तो दलित मतदाता75 हजार और यादव वोटरों की संख्या 70 हजार है। जबिक, मुस्लिम 26 हजार, बिंद करीब 11 हजार, कुशवाहा 22 हजार चौहान 12 हजार, राजभर 33 हजार और ब्राह्मण मतदाता 17 हजार हैं।
कब किस दल का रहा झंडा बुलंद
- 2017 में समाजवादी पार्टी के सुभाष पासी 76664 वोट पाकर जीते।
- 2012 में भी समाजवादी पार्टी के सुभाष पासी 88 846 वोट पाकर जीते।
- 2007 में बसपा के दीना नाथ पाण्डेय 52869 वोट पाकर विजेता रहे।
- 2002 में बसपा के कैलाश नाथ सिंह 63069 वोट पाकर चुनाव जीते।
- 1996 में भाजपा के महेंद्र नाथ 52859 वोट पाकर कमल खिलाए थे।
- अगले अंक ( 10 जनवरी) में पढ़ें जखनिया विधानसभा सीट के बारे में-
Uttr pradesh Vidhansabha Chunav 2022