
आजमगढ़ : इसे समय का फेर कहें या कुछ और। जिसके इशारे पर छोटे पर्दे के कलाकार हंसते, रोते और नाचते थे आज वही निर्देशक आजमगढ़ की गलियों में फेरी लगाकर ठेले पर आलू-प्याज, परवल-टमाटर बेच रहा है। यह कोई और नहीं यह प्रसिद्ध टीवी धारावाहिक कुछ तो लोग कहेंगे और बालिका बधु के निर्देशक रामवृक्ष गौड़ । राम वृक्ष का दावा है कि 208 से 2012 तक टीवी पर प्रसारित होने वाले प्रसिद्ध धारावाहिक बालिका बधु और कुछ तो लग कहेंगे का निर्देशन उन्होंने ही किया है।
जिले के कस्बा निजामाबाद के फरहाबाद निवासी रामवृक्ष गौड़ का कहना है कि लॉक डाउन से पहले वह अपने बच्चों की परीक्षा दलिवाने आए थे। लेकिन कोरोना काल में वह माया नगरी मुंबई नहीं जा पा रहे हैं। ऐसे में परिवार के भरण पोषण के लिए सब्जी बेचा शुरू कर दिया। वे कहते हैं असल जिंदगी और कैरेक्टर की जिंदगी जीने में काफी अंतर है। पर्दे पर जो दिखता है असल जिंदगी में वह होता नहीं है।

उन्होंने बताया कि वह 2002 में अपने एक साथी की मदद से मुंबई गए थे। उन्होंने बताया कि पहले वह बिजली विभाग में काम किए। इसके बाद धीरे-धीरे वह टीवी प्रोडक्शन में भाग्य आजमाया। अनुभव बढ़ा तो निर्देशन का मौका मिल गया। और मन इसी में रम गया।
राम वृक्ष करते हैं कि कोरोना का असर माया नगरी पर भी पड़ा है। टीवी धारावाहिकों की शूटिंग रुक है। खैर अब हालात सामान्य होने लगे हैं। हालत सामान्य हो जाएंगे तो वह फिर से मुंबई की तरफ रुख करेंगे।