
नागालैंड के पूर्व राज्यपाल अश्विनी कुमार ने शिमला स्थित अपने आवास में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली । अश्विनी कुमार सीबीआई के पूर्व निदेशक व हिमाचल के पूर्व पुलिस महानिदेशक भी रह चुके हैं। शिमला पुलिस के अनुसार 70 वर्षीय इस आईपीएस अधिकारी का शव उनके घर में फंदे से लटकता पाया गया । अश्विनी कुमार ने यह कदम क्यों उठाया इसकी स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है। हालांकि उनके पास से मिले सुसाइड नोट से यह बात सामने आई है वह बीमारी से परेशान थे। पूर्व आईपीएस अधिकारी की खुदकुशी की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस शिमला के एसीपी मोहित कुमार के नेतृत्व में देर रात तक मामले की जांच करने में जुटी रही।.
सुसाइड नोट में लिखा अगली यात्रा पर निकल रहा हूं
बताया जा रहा है कि अश्विनी कुमार के पास मिले सुसाइड नोट में लिखा है वह अपनी जिंदगी से तंग आ चुके हैं अब अगली यात्रा पर । उन्होंने लिखा है कि अब मैं अगली यात्रा पर निकल रहा हूं । हमारी मौत के बाद हमारे दान कर दिए जाएं।
वर्ष 2008 से 2010 तक सीबीआई निदेशक भी रहे अश्विनी कुमार
70 वर्षीय अश्वनी कुमार मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के रहने वाले थे । वह वर्ष 2000 से 2008 तक हिमाचल प्रदेश के डीजीपी और 2008 से 2010 तक सीआईडी के निदेशक भी रहे ।..3 साल तक सीबीआई के डायरेक्टर पद पर रहे अश्विनी कुमार पहले ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें बाद में राज्यपाल बनाया गया था ।..अश्विनी कुमार ने 2014 में नागालैंड के राज्यपाल के पद से इस्तीफा दिया था । आईपीएस अधिकारी के सुसाइड किए जाने से लोग स्तब्ध हैं