गांव-जवार के बड़े बुजुर्ग कहते हैं कि शादी की एक उम्र होती है। क्यों कि, उम्र निकल जाने के बाद जीवन भर अकेले रहना पड़ता है। लेकिन हर व्यक्ति की शादी आसानी से नहीं हो पाती। बेरोजगार युवकों की भी शादी में अड़चन आती है। कारण, हर लड़की चाहती है कि उसका पति कमाने वाला हो। वह भी ऐसे राज्यों में जहां लड़कों के मुकाबले लड़कियों की संख्या कम है। ऐसे में शादी से बंचित पुरुष दांपत्य सुख और वंश वृद्धि के लिए दलालों के माध्यम से दुल्हनें खरीद कर लाते हैं और ठगी का शिकार हो जाते हैं। दुल्हनें दिलाने वाला गैंग राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में सक्रिय हैं।
फौजी हुआ धोखे का शिकार
बात करें ‘एक रात की दुल्हन का’ तो इसका शिकार बेरोजगार युवक ही नहीं, बल्कि पढ़े लिखे नौकरी पेशा लोग भी हो रहे हैं। यह मामला पंजाब में कोई नया नहीं हैं। इसके साथ ही हनी ट्रैप के मामले भी सामने आते रहते हैं।
अमृतसर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र रमदास सैक्टर के गांव दोहरिया में एक सैनिक एक रात की दुल्हन यानी लुटेरी दुल्हन का शिकार हो गया। यह मामला वर्ष 2011 का है। पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक फौजी साहिब सिंह के परिजनों ने अखबार में बेटे की शादी का इस्तहार छपवाया। इस्ताहर पढ़ कर शातिर लड़की हरदीप कौर ने किसी तरह युवक के परिजनों से संपर्क किया। उसने साहिब सिंह के पिता सविंदर सिंह को बताया कि उसकी उम्र 28 वर्ष है। शादी के कुछ समय बाद उसके पति की मौत हो गई थी। इसके बाद परिजनों को विश्वास में लेकर हरदीप कौर फौजी साहिब सिंह से गांव के एक गुरुद्वारे में शादी कर ली। शादी के कुछ माह बाद ही वह करीब पांच रुपये और गहने लेकर चंपत हो गई।
दुल्हन के फरार होने के बाद साहिब सिंह के परिजनों ने संबंधित थाने में केस दर्ज करवाया। पुलिस जांच में पता चला कि खुद को विधवा बता कर शादी करने वाली हरदीप कौर चार शादियां कर चुकी है। पहली शादी वर्ष 1999 में, दूसरी शादी 2007, तीसरी शादी 2009 और चौथी शादी साहिब सिंह से की थी। ये सभी शादियां हरदीप कौर ने अपने ‘शिकार’ को कंगाल बनाने के लिए की थी।
ट्रक ड्राइवर भी हुआ गैंग का शिकार
लुधियाना जिले का एक ट्रक ड्राइवर भी पिछले साल एक रात की दुल्हन गैंग का शिकार हो गया था। यह मामला तब सामने आया जब दुल्हन बदल दी गई। वर्ष 2019 में पेशे से ट्रक ड्राइवर 45 वर्षीय फौजा सिंह को एक व्यक्ति ने शादी करवाने का झांसा से उससे 25 हजार रुपये ले लिए। शादी के लिए उसने फौजा सिंह को एक लड़की की फोटो दिखाई। शादी की बात तय हो गई। जब फौजा सिंह शादी करने पहुंचा तो दुल्हन बदल दी गई। इससे बाद फौजा हंगामा करने लगा। इस बीच मामला थाने पहुंच गया। पुलिस पड़ताल में पता चला कि जिस युवती से फौजा की शादी होने वाली थी वह इससे पहले भी तीन लोगों से शादी कर गहने लेकर फरार हो चुकी है। पुलिस जांच में सामने आया कि इसके पीछे पूरा गैंग काम करता है और ये सभी हरियाण के रहने वाले हैं।
हनी ट्रैप में फंसाती थी अधिकारियों को
ऐसा ही एक मामला जालंधर में सामने आया। यहां कपूरथला की रहने वाली एक महिला एक पुलिस कर्मी की मदद से सरकारी अफसरों को हनी ट्रैप में फंसा कर मोटी रकम वसूल करती थी। यह महिला एक पुलिस मुलाजिम की पत्नी थी। महिला ने एक ट्रक चालक से शादी की। शादी के अगले ही दिन गहने और पैसे लेकर फरार हो गई। पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि वह शादी के बाद एक रात की दुल्हन बनती थी और गहने और पैसे लेकर फरार हो जाती थी।
लुधियाना में ठगी का शिकार होते होते बचे व्यापारी
इसी साल फरवरी में लुधियान में एक व्यापारी लुटेरी दुल्हन का शिकार होता-होता बचा। शादी की एक वेबसाइट पर अपने बेटे लिए अपनी ही विरादरी की एक लड़की पसंद की। एक समारोह में उक्त व्यापारी ने इसकी चर्चा अपने अन्य व्यापारी मित्रों से की और उस युवती को फोटो दिखाई। इस बीच पता चला कि यह लड़की किसी और नाम पते से शादी के लिए एक अन्य कारोबारी को भी अपनी फोटो भेजी है। जब इन दोनों कारोबारियों ने पता किया तो मध्य प्रदेश स्थित उस लड़की का नाम और पता फर्जी निकला।
15 दिन में ही लूट कर फरार हो गई दुल्हन
पंजाब के पड़ोसी राज्य राजस्थान में लुटेरी दुल्हन ने शादी के 15 दिन बाद ही ससुराल से लाखों के गहने और नगदी लेकर फरार हो गई। थाना कैथून पुलिस ने जांच के बाद लुटेरी दुल्हन सहित गैंग के कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया। मामले के अनुसार गलाना निवासी महावीर नागर कोटा के बालिता रोड निवासी सत्यनारायण धाकड़ ने अपने एक जानकार लड़की से शादी करवाने की बात कही। करीब डेढ़ लाख रुपये देने के बाद मध्यप्रदेश के शाजापुर निवासी संगीता से शादी करवा दी गई।
संगीता महावीर की पत्नी के रूप में करीब 15 दिन तक गांव में रही। इसके बाद रुपये और गहने लेकर फरार हो गई। पुलिस ने जाब जांच शुरू की तो पता चला कि लड़की का नाम और पता किसी अन्य महिला के थे। पुलिस ने जब जांच आगे बढ़ाई तो आरोपी मध्यप्रदेश के निकले।
रिपोर्ट : डी गाजीपुरी