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Republic day special : गणतंत्र दिवस पर जब नाची थीं इंदिरा गांधी

गणतंत्र दिवस पर जब नाची थीं इंदिरा गांधी

Republic day special : The Jharokha.com Desk: यह श्वेत और श्याम तस्वीर उस आजाद हिंदुस्तान के पहले गणतंत्र दिवस की है, जिसका देशवासियों को 200 सालों से भी अधिक समय से इंतजार था। यह शुभ घड़ी थी 26 जनवरी 1950 की जब राजपथ पर अपने ध्वज के नीचे महामहीम राष्ट्रपति डा: राजेंद्र प्रसाद 35 साल पुरानी शाही बग्गी में सवार होकर राजपथ पर निकले थे।

यह श्वेत और श्याम तस्वीर उस गौरवशाली भोर की जब गुलामी का अंधरे पूरी तरह से छंट चुका था और भारत अपना संविधान। भारत का पहला गणतंत्र तब राजपथ पर बल्कि इरविन एम्फीथिएटर में मनया गया था। यह तस्वीर उसी एम्फीथिएटर के प्रांगण की है। हलांकि 1951 में एम्फीथिएटर का नाम बदल कर नेशनल स्टेडियम कर दिया गया था।

भारत के पहले विदेशी मेहमान थे इंडोनेशिया के राष्ट्रपित

आप को बता दें कि पहली बार मानए जा रहे गणतंत्र दिवस समारोह में पहले विदेशी महमान के तौर इंडोनेशिया के राष्ट्रपित राष्ट्रपति सुकर्णो और उनकी पत्नी पहुंची थी। उल्लेखनीय है कि इंडोनेशिया अभी कुछ दिनों पहले ही डचों की गुलामी से आजाद हुआ था और सुकर्णो पहलीबार राष्ट्रपति बने थे।

बदलता रहा समारोह स्थल

1950 से लेकर 1955 तक गणतंत्र दिवस परेड का स्थल बदलता रहा। इन पांच सालों में कभी इरविन स्टेडियम , कभी किंग्सवे कैंप, कभी लाल किला तो कभी रामलीला मैदान। इसके बाद 1955 में पहली बार राजपथ पर (Republic day)गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन हुआ और तब से इसी राजपथ पर गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन होता आया है।

लोक कलाकारों के साथ नाचती हुईं तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी,The then Prime Minister Indira Gandhi dancing with folk artists
गणतंत्र दिवस परेड में नाची थी प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी

गणतंत्र दिवस परेड में नाची थी प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी

भारतीय गणतंत्र दिवस की खुबसूरती भला इससे अधिक और क्या हो जकती जब देख की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने खुद राजपथ पर नृत्य किया था। यह बात आज से करीब 54 साल पहले की है। इंटरनेट मीडिया पर हमें जो तस्वीर प्राप्त हुई हैं, वह 1966 की है। तब Black & White तस्वीर ही होती थी। इसी श्वेत-श्याम तस्वीर में तत्कालीन प्रधानमंत्री PM इंदिरा गांधी गणतंत्र दिवस समारोह में लोक कलाकारों के साथ नाचती हुई दिखाई दें रही हैं। उल्लेखनीय है कि 1966 में प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के निधन के बाद देश की सत्ता इंदिरा के हाथ में आई थी। अपने प्रधानमंत्री बनने के साल बाद ही गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान इंदिरा लोक कलाकारों के साथ नाचने से स्वयं को रोक नहीं पाई थीं और खुद लोक कलाकारों के साथ नाचने लगी थी।