
आरोपी पूनम और उसका बेटा दीपक । स्रोत: सोशल साइट
Delhi News : श्रद्धा मर्डर केस की ही तरह दिल्ली Delhi में शव के 10 टुकड़े कर एक-एक कर फेके जाने का मामला सामने आया है। यहां किसी महिला या प्रेमिका का कत्ल नहीं बल्कि एक पत्नी ने अपने बेटे के साथ मिल कर पहले पति की हत्या की और बाद में तेज धार चाकू से उसके शव के 10 टुकड़े कर कई दिनों तक फ्रिज में रखा और मौका देख कर रात को एक एक झोले में रख कर फेंकती रही। रोंगटे खड़े कर देने वाली इस हत्याकाडं की वहां रहने वाले लोगों भी पता नहीं चला। यह मामला दिल्ली Delhi के त्रिलोकपुरी का बताया जा रहा है। हलांकि पुलिस ने हत्यारी पत्नी और बेटे को गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफाश कर दिया है। श्रद्धा मर्डर केस जैसी इस वारदात के सामने आने से Delhi के लोग दहल उठे हैं।
पुलिस के अनुसार सोमवार Monday को ही दो CCTV फुटेज सामने आए। इस साफ तौर पर देखा जा सकता है कि बेटा बैग में अपने पिता के शव के टुकड़े ले जा रहा और उसके पीछे-पीछे उसकी मां चल रही है। इस संबंध में पुलिस ने सिर सहित शव के छह टुकड़ों की फोटोज फोटोज जारी किए हैं। पुलिस के मुताबिक यह बॉडी पार्ट्स मृतक के बताए जा रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक जिसकी हत्या की गई है उसका नाम अंजन दास बतया जा रहा है जो मूल रूप से बंगाल का रहने वाला और जबिक, उसकी हत्या करने वाली पत्नी का नाम पूनम और बेटे का नाम दीपक है। बताया जा रहा है अंजन दास अपनी पत्नी और बेटे के साथ Delhi दिल्ली के त्रिलोकपुरी में रहता था। पुलिस मुताबिक आरोपी पूनम आरोपी की दूसरी पत्नी है और बेटा दीपक अंजन दास का सौतेला बेटा है। हलांकि पुलिस ने हत्या के आरोपी मां पूनम और बेटा दीपक को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या का यह मामला इसी साल जून का बताया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक पति की हत्या के आरोप में पकड़ी पूनम से जब पूछा गया कि उसके अपने पति अंजन दास की हत्या क्योंकि उसने बताया कि अंजन बहू-बेटियों पर बुरी नजर रखता था।
ऐसे खुला छह माह पूराने हत्या का भेद
कहते हैं न पाक कभी छिपता नहीं है। कुछ ऐसा ही इस मामले में भी हुआ। करीब 6 माह पहले 5 जून को दिल्ली पुलिस पांडव नगर में गश्त पर थी। इसी दौरान पुलिस टीम को दुर्गंध महसूस हुई। पुलिस टीम ने जब सर्च चलाया तो झाड़ियों से एक बैग मिला जब बैग खोला गया तो उसमे शव टुकड़े मिले। शव के टुकड़े इतने खराब हो चुके थे कि उनकी पहचान नहीं हो पा रही थी। पुलिस ने कई थानों को मैसेज कर गुमशुदा व्यक्तियों का पता करवाया।
इस दौरान पुलिस को पता चला कि करीब पांच छह माह पहले अंजन दास नाम का एक व्यक्ति के लापता है, लेकिन इस मामले में त्रिलोकपुरी में रहने वाली उसकी पत्नी पूनम और बेटे दीपक ने पुलिस में उसकी गुमशुदगी की कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई। इसके बाद पुलिस शक के आधार पर पूनम के घर पहुंची और पूछताछ के लिए दोनो को थाने लेकर आई। पूछताछ में पूनम ने बताया कि उसको शक था कि बेटे दीपक की पत्नी और उसकी एक तलाकशुदा बेटी पर अंजन बुरी नजर रखता है। यह बेटी पूनम के साथ ही रह रही थी। इस दौरान पूनम ने यह भी बताया कि उसे नहीं पता कि अंजन दास का परिवार बिहार में रहता है और उसके 8 बच्चे हैं।
इस दौरान पूनम ने यह भी खुलासा किया कि उसकी शादी बिहार के रहने वाले सुखदेव तिवारी से बहुत कम उम्र में हुई थी। सुखदेव दिल्ली आ गया और उसकी तलाश में पूनम भी आ गई। सुखदेव नहीं मिला, उसके बाद वह कल्लू नाम के व्यक्ति के साथ रहने लगी। कल्लू से उसके तीन बच्चे हुए। लेकिन लिवर फेल होने के कारण कल्लू की मौत हो गई।
इस तरह की हत्या
इसके बाद, पूनम लिफ्ट ऑपरेटर अंजन के साथ रहने लगी। बुरी नीयत का शक होने पर पूनम और दीपक ने मार्च-अप्रैल में हत्या की साजिश रची। पूजन ने बताया कि 30 मई को दोनों ने अंजन को शराब पिलाई और शराब में ही नींद की गोलियां पहले से मिला दी थी। अंजन के बेसुध होने पर उसके गले और शरीर के कई हिस्सों पर चाकू से वारकर हत्या कर दी। इसके बाद दूसरे दिन फर्श से रक्त साफ किया बड़े आराम तेजधार हथियार से अंजन के शव के दस टुकड़ किए और उन्हें फ्रिज में रखा। इसके बाद पूनम और उसका बेटा दीपक दोनो शव के टुकड़ों को पांडव नगर में फेंकते रहे।