
गाजीपुर-ताड़ीघाट रेल खंड पर ट्रायल लेते हुए अधिकारी
Ghazipur : देश के आजादी के बाद से ही जिस बहुप्रतिक्षित ताड़ीघाट-गाजीपुर रेल लाइन का जिले के लोगों को बेसब्री से इंतजार था वह सपना जल्द पूरा होत नजर आ रहा है। गंगा नदी पर बने रेल कम रोड ब्रिज पर शनिवार की देर शाम रेल इंजन का ट्रायल रन सफल रहा। करीब 9.500 किमी यह ट्रायल गाजीपुर सिटी रेलवे स्टेशन से ताड़ीघाट स्टेशन तक किया गया। इस नई रेलवे लाइन पर पहली बार डीजल इंजन 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ा। इस ट्रायल के पूरा होते ही गंगा पार के लोग 75 सालों से रेल मार्ग द्वारा Ghazipur गाजीपुर जिला मुख्याल से जुड़ने का जो सपना देख रहे थे वह साकार होने जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 नवंबर 2016 को गाजीपुर Ghazipur के इस ड्रीम प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था। तत्कालीन रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के पहल पर 14 सौ करोड़ की लागत की इस परियोजना के प्रथम फेज में गाजीपुर सिटी Ghazipur city स्टेशन से ताड़ीघाट तक नई रेलवे लाइन बिछाई गई है। जिसमे गंगा नदी पर बना रेल कम रोड ब्रिज भी शामिल है।
रेल अधिकारियों के अनुसार रेल कम रोड ब्रिज पर रेलगाड़ियां अधिकतम 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से से दौड़ सकती हैं। इस परियोजना के दूसरे फेज में गाजीपुर सिटी स्टेशन से मऊ तक रेलवे लाइन बिछाने का काम प्रस्तावित है, जिसपर काम चल रहा है।
ट्रायल सफल होने पर जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने ट्वीट कर लोगों को बधाई दी है। इस ट्रायल रन को देखने के लिए जगह-जगह लोगों की भारी उमड़ी रही। रेल अधिकारियों के अनुसार मार्च के तीसरे सप्ताह में इलेक्ट्रिक इंजन का भी ट्रायल होगा। उसके बाद प्रधानमंत्री इस परियोजना का उद्घाटन करेंगे। इस में तत्कालीन रेल राज्यमंत्री और जम्मू-कश्मीर में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद रहेंगे। इसके बाद नई लाइन पर ट्रेनों का आवागमन शुरू हो जाएगा। इससे पटना, कोलकाता और दक्षिण भारत की यात्रा सुगम हो जाएगी।