
Ghazipur News: आजकल गाजीपुर जिले में पद , पावर सिर पर इस कदर सवार हो गया है कि पद की गरिमा और सम्मान की परवाह किए बगैर कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं बताते चलें कि मामला कासिमाबाद कोतवाली का है जहां भीम आर्मी गरीब दलित समुदाय पीछडे की रक्षक और हक की लड़ाई लड़ते हुए सबका सम्मान सबका स्वाभिमान की बात करते हुए सबके साथ खड़ी रहती है वही गाजीपुर जिला अध्यक्ष एडवोकेट मनोज कुमार के सिर पर पद का ऐसा नशा चढ़ गया है कि वह शासन प्रशासन के नियमों का अनदेखा करते हुए उच्च अधिकारियों के साथ मारपीट करने पर आमादा हो जा रहे है और अपने पद का धौंस देते हुए गांव समाज में चुनौती देते फिरते हैं ।
मामला यहीं खत्म नहीं होता चाहे ग्राम सभा रामगढ़ की प्रधानी को लेकर हो अथवा ग्राम सभा रामगढ़ में ही दलित की जमीन के कब्जे को लेकर ऐसी तमाम विसंगतियों में इनकी सहभागिता और संलिप्तता में इनका नाम हमेशा ऊपर रहता है और कहीं ना कहीं इनका तार विवादो में जुडा रहता है । वही संगठन के पदाधिकारी सदस्य भी इनसे इस बात को लेकर खफा रहते हैं कि यह हमेशा अपनी पद प्रतिष्ठा को लेकर दिखावापन के साथ हिटलरशाही शासन के साथ ही सभी सदस्यों पर आरोपित करना चाहते हैं मगर भीम आर्मी के सभी सदस्य इनके दोहरे विचारों से हमेशा अपने को अलग कर लेते हैं विवादों का सिलसिला यहीं नहीं थमता चाहे गाजीपुर जिले की अध्यक्ष पद की बात हो या किसी की हक की लड़ाई लड़ने की गाजीपुर में भीम आर्मी हमेशा दोमुंहे सांप के रूप में सामने खड़ी हो जाती है
हाल ही में अध्यक्ष मनोज कुमार एडवोकेट के करीबी ग्राम सभा देवली निवासी प्रेमचंद से गांव के ही रहने वाले शर्मा समाज से अनबन हो गया यह बात भीम आर्मी अध्यक्ष के करीबी को इतना बुरा लगा वह गोलबंद होकर मारपीट करने पर खड़े हो गए जब इस बात कि भनक प्रशासन के पटल तक पहुंचा तो प्रशासन ने अध्यक्ष के करीबी प्रेमचंद को थाने में पूछताछ के लिए बुलाया वहीं और पूछताछ हो ही रहा था कि उसी बीच एडवोकेट मनोज कुमार प्रेमचंद को सही ठहराते हुए कहने लगे की शर्मा समाज के ऊपर एससी , एसटी का मुकदमा दर्ज किजिए हम गाजीपुर जिला के भीम आर्मी संगठन अध्यक्ष है और अगर मेरे साथी का मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो हम ईट से ईट बजा देंगे तथा भौकाल बाजी करते हुए झूठा मुकदमा दर्ज कराने को लेकर कोतवाल साहब से ही भीड़ गये