
नेपाल प्लेन हादसे के मृतकों के अंतिम दर्शन के लिए उमड़े ग्रामीण
रजनीश कुमार मिश्र गाजीपुर (Ghazipur News) । मंगलवार को सुबह करीब आठ बजे के आसपास बरेसर थाने क्षेत्र के अलवालपुर व चकजैनब गांव के नेपाल हादसे में मृतक चारों दोस्तों का शव घर पहुंचा । शवों को घर पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया । आसपास के लोग भी मृतकों के घर पहुंच सांत्वना देने में लगे रहे । हर कोई अंतिम दर्शन करना चाहता था लेकिन ताबूत में होने के कारण किसी को भी अंतिम दर्शन नसीब नहीं हुआ। वहीं शवों को कुछ घंटे घर पर रोकने के बाद सुल्तानपुर घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया।
नेपाल हादसे में मृतक गाजीपुर के बरेसर थाने क्षेत्र के अलावलपुर व चकजैनब गांव के चारों दोस्तों अनिल, अभिषेक, विशाल व सोनू के शवों का हफ्तों बाद शिनाख्त हो बाड़ी ताबूत में घर आया लेकिन ताबूत में किसी के धड़ किसी के कपड़े ही आ । शरीर के नाम पर चंद टुकड़े ही परिजनों को नसीब हुआ बताया जा रहा है, की विशाल के परिवार को विशाल का सिर्फ. धड़ मिला है । वहीं अनिल व अभिषेक के बाड़ी के रूप में जले हुए कपड़े मिले है । वही बची हुई एक बाडी को सोनू जयसवाल का बताया जा रहा है । चारों दोस्तों के शव घर पहुंचते ही चारों दोस्तों के परिजन अंतिम दर्शन के लिए बिलख रहे थे की अंतिम बार अपने बच्चों का चेहरा देख ले लेकिन परिजनों को ये भी नसीब नहीं हुआ क्योंकि बाडी के नाम पर मांश के चंद टुकड़े ही ताबूत में आये थे । हालांकि की घर पर परिजनों को ये पता नहीं है की ताबूत में बच्चों के शव नहीं बल्कि चंद टुकड़े आये हुए है । नेपाल में जब परिजनों को बाडी शिनाख्त करा कर सौपी गई तो अधिकारियों ने परिजनों को ताबूत खोलने से मना किया था । अधिकारियों ने कहा था की ताबूत को घर पर कुछ घंटे रूकने के बाद अंतिम संस्कार कर दे ।
बड़ी मुश्किल से हुई चारों की पहचान
शवों का शिनाख्त करने गये परिजनों के साथ कुछ लोगों ने झरोखा न्यूज को बताया की नेपाल में बड़ी मुश्किल से चारों शवों की शिनाख्त हो पाई । साथ गये लोगों ने बताया की हम लोगों से वहां बताया गया की सोनू का पैर मिला है । जिसपर किसी और ने दावा कर दिया । जो पैर सोनू का बताया गया था वो किसी और को दे दिया गया । वहां पर हम लोगों से कहा गया की सारे शवों के शिनाख्त होने के बाद जो शव बचेगा वहीं सोनू जयसवाल का समझा जायेगा । उसी अंतिम बाडी को लेकर सोनू के परिजन घर आये हुए है । वहीं विशाल शर्मा को उसके उपरी धड़ में फंसे सोने की चैन से उसके भाई ने शिनाख्त की जबकि अनिल व अभिषेक के कपड़ों से पहचाना गया ।